बगावत पर उतरे महागठबंधन के यह नेता, टिकट नहीं मिलने पर पार्टी बदलकर लडेंगे चुनाव
सूत्रों के मुताबिक अंजू लुंठी कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और उन्होंने पिछले दिनों कांग्रेसियों द्वारा प्रत्याशी बनने के सवाल पर ना नुकूर करने की इस पीड़ा को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा था। साथ ही अंजू लुंठी ने यह भी कहा था कि यदि पार्टी टिकट दे तो वे भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लडऩे को तैयार हैं। माना जाता है कि कांग्रेस हाईकमान ने तुरंत अंजू लुंठी के नाम पर सहमति प्रदान कर दी।
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अंजू लुंंठी के उम्मीदवार बनने के बाद पिथौरागढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी जोश है। जो पदाधिकारी और कार्यकर्ता पिथौरागढ़ से चुनाव लडऩे को इच्छुक नहीं थे। वे भी अब उत्साहित हैं और अंजू को पिथौरागढ़ से विजयी बनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। वैसे भी पिथौरागढ़ कांग्रेस का एक मजबूत किला रहा है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट से प्रकाश पंत विजयी हुए थे। बाद में पंत को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया। उत्तराखंड की राजनीति में प्रकाश पंत का बड़ा नाम रहा है। वे मुख्यमंत्री के दावेदारों में से एक रहे हैं। उनकी मृत्यु के बाद पिथौरागढ़ की सीट खाली हुई है। अब भाजपा ने प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत को उम्ममीदवार बनाया है। कांग्रेस के नेताओं को लग रहा था कि चंद्रा पंत के पक्ष में वहां सहानुभूति लहर रहेगी और चंद्रा पंत चुनाव जीत जाएंगी। इस डर से कोई कांग्रेसी वहां चुनाव लडऩे को तैयार नहीं था। लेकिन अंजू लुंटी के चुनाव मैदान में खड़े होने से अब पिथौरागढ़ का समीकरण काफी बदल गया है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि पिथौरागढ़ विधानसभा सीट से एक बार प्रकाश पंत बुरी तरह से चुनाव हार गए थे। यहां कांग्रेस का काफी अच्छा दबदबा रहा है।
‘हाईकमान ने अंजू लुंटी के नाम पर मुहर लगाई है। कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में है। अंजू को महिला होने का फायदा मिलेगा। कांग्रेस में किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं है। ’ प्रीतम सिंह ,अध्यक्ष ,उत्तराखंड कांग्रेस