6 नवम्बर को मांगीलाल ने हेमराज मीना को स्वयं के भूखण्ड बेचान जरिए रजिस्टर्ड विक्रय पत्र पर कर दिया। इस बीच एक पट्टे के आधार पर विक्रय पत्र अपने नाम पंजीबद्ध करवा दिया तथा उसके आधार पर अन्य जनों को बेचान कर दिया। इन लोगों ने उसे फोन पर भूखण्ड पर जबरन कब्जा करने की धमकी भी दी थी।
जेसीबी लेकर आए 50-60 लोग
प्राथमिकी में बताया कि शुक्रवार रात्रि करीब 12 बजे कई वाहनों में सवार होकर 50-60 लोग जेसीबी लेेकर आए। जिसमें दो-तीन जने उसकी दुकान में घुस गए एवं वहां सो रहे प्रार्थी व उसकी पत्नी पर बंदूक लगाकर प्लाट के कागजात मांगे। मना करने पर बक्से का ताला तोड़ दिया और उसमे रखे रुपए लूटकर दोनों को बंधक बना लिया। इस दौरान बाहर अन्य जनों ने पुख्ता निर्माण कार्य को जेसीबी से ध्वस्त कर सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया।
एक ही भूखंड के दो पट्टे
दूसरी ओर पूर्व सरपंच शंभूलाल यादव ने बताया कि एक ही भूखंड के दो पट्टे जारी होने से यह विवाद खड़ा हुआ है, एक पट्टा 2003 में जारी है तो दूसरा पट्टा उनके कार्यकाल में 2012 में जारी किया था, लेकिन उस समय पूर्व का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। प्राथमिकी में लगाए आरोप निराधार है। थाने पहुंचे ग्रामीण
शुक्रवार सुबह हेमराज मीना का परिवार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण भी थाने पर पहुंचे। हेमराज ने मीडिया को बताया कि कोई जमीनी विवाद नहीं है। सन 2018 से वे उक्त स्थान पर सीमेंट के पोल बनाने का कार्य कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए घटना के आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग भी की। थानाधिकारी रामनिवास मीना ने बताया कि इस घटनाक्रम के पीछे जमीनी विवाद की जानकारी मिली है। रात्रि को ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। मामले की जांच डिप्टी एसपी द्वारा की जाएगी।