जब पुलिस ने गाड़ी की जांच का अनुरोध किया, तो कारोबारी ने जांच कराने से मना कर दिया। इसके बाद, पुलिस ने आवश्यक कदम उठाते हुए टीम और वीडियोग्राफर को बुलाया। गाड़ी की तलाशी के दौरान 1 करोड़ 95 लाख 50 हजार रुपए नकद बरामद हुए। जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया। यह राशि संदिग्ध परिस्थितियों में पाई गई, जिसके कारण पुलिस ने आगे की कार्रवाई की। इस राशि के बारे में कारोबारी कोई जवाब नहीं दे सका। कैश और कार दोनो को जब्त कर लिया गया है। साथ ही कारोबारी को हिरासत में लिया गया है।
अब गाड़ी को सदर थाने में खड़ा किया गया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर चुनावी माहौल में वित्तीय पारदर्शिता की जरूरत को उजागर किया है। दौसा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने वाले हैं। इस सीट से विधायक रहे मुरारीलाल मीणा अब सांसद हो गए हैं। उनके बाद यह सीट वेकेंट हो गई है। इस सीट को कांग्रेस फिर से काबू करने की कोशिश में जी जान से जुटी हुई है। वहीं यह सीट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भी नाक का सवाल है। जिसके लिए 13 नवंबर को मतदान होगा।
स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग इस घटना को ध्यान में रखते हुए चुनावी प्रक्रिया को सुचारू बनाने का प्रयास कर रहे हैं। आगामी चुनाव में धन के प्रभाव को कम करने के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी। पुलिस और संबंधित एजेंसियां इस दिशा में लगातार कार्यरत हैं, ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रहे।