इन लोगों ने दूल्हे और उनके परिवार के साथ तो हाथापाई की ही, साथ ही दमोह से जो बग्गी लेकर आए थे, उन्हें बुलाकर कहा वो दलित समाज के दूल्हे को घोड़ी की बग्गी से तुरंत उतारें। बग्गी मालिक ने जब ये बात दूल्हे और उसके परिवार को बताई, इसपर बिरादरी के ही कुछ जिम्मेदारों ने कहा कि आप बारात लेकर चलिए कुछ नहीं होगा।
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लोगों की जवाबदारी के बाद दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर पूरी शानों शौकत के साथ निकली। नाचते गाते बाराती दुल्हन के घर के लिए आगे बढ़ रहे थे। लेकिन बीच में ही बग्गी मालिक की शामत आ गई। बारात के बाद घोड़ा बग्गी लेकर उसका मालिक दमोह वापस लौट रहा था, तभी दबंगों ने उसे रोका और जमकर पिटाई कर दी। जब वजह पूंछी गई तो मारपीट करने वाले लोगों ने साफ कहा कि मना करने के बाद भी नीची जाति के दूल्हे को घोड़ा बग्गी पर कैसे बैठाया। जैसे-तैसे बग्गी मालिक और उसके 2 साथी मौके से जान बचाकर भागे।
3 के खिलाफ केस दर्ज
भागते हुए बग्गी मालिक देर रात को जबलपुर नाका पुलिस चौकी पहुंचे, जहां पिटाई से आई चोटों का हवाला देकर उन्होंने कंप्लेंट दर्ज कराई। मामला दर्ज कर पुलिस ने तीनों को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। यह भी पढ़ें- यहां भीख मांगने वाली महिला के पास मिला नोटों का जखीरा, 10 दिन की आमदनी आपके होश उड़ा देगी पहले आम थे ऐसे हालात
बहरहाल कुछ सालों पहले तक बुंदेलखंड में ऐसे मामले सामने आना आम बात थी। जब दलित या कथित तौर पर कही जाने वाली छोटी जाति के लोगों को घोड़ी पर बैठने की अनुमति नहीं थी, लेकिन वक्त के साथ ऐसे मामले सामने आना बंद हो गए। अब एक बार फिर बुंदेलखंड में इस तरह के मामला सामने आने से जिम्मेदारों में चिंता बढ़ गई है।