किसानों का कहना है कि इस बार मौसम ने उनका साथ दिया और मेहनत का फल भी अच्छा मिला। इस बार किसानों ने सही समय पर बोवनी की और फसल कटाई का काम किया। हालांकि कटाई के दौरान जरूर बारिश ने किसानों को थोड़ा परेशान किया।
उन्होंने बताया कि समय पर बारिश, उर्वरक के उचित उपयोग और सही देखभाल से अरहर की फसल को फायदा हुआ। इसके अलावा किसानों ने आधुनिक तरीकों का भी इस्तेमाल किया। जिससे उत्पादन बेहतर हुआ।
उत्पादन अच्छा होने के बीच अच्छी खबर ये भी रही कि सरकार ने इस साल अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7550 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। यह पिछली बार के मुकाबले 550 रुपए अधिक है। वर्ष 2023-24 में इसका एमएसपी 7000 रुपए प्रति क्विंटल था। एमएसपी में वृद्धि का सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस साल जिले में अरहर की बुवाई का क्षेत्र भी बढ़ा था। किसानों ने फसल की देखभाल के लिए कीटनाशक और उर्वरक का सही इस्तेमाल किया। किसानों का कहना है कि इस बार उनकी फसल अच्छी रही है और अब उन्हें मंडियों में फसल की अच्छी कीमत मिल रही है। हालांकि किसानों ने मांग की है कि फसल खरीद केंद्रों पर उचित व्यवस्था की जाए।