सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हैकर्स ने बड़े पैमाने पर एनएचएआई के सर्वर हमला और उसके गोपनीय डेटा ( confidential data ) सेक्शन में सेंध लगाकर बड़े पैमाने पर डेटा चोरी की। इतना ही नहीं डेटा चोरी करने के बाद हैकर्स ने फाइनेंशियल रिकॉर्ड, कॉन्ट्रैक्ट्स के दस्तावेज और कर्मचारियों की जानकारियों को ऑनलाइन पोस्ट ( Online Post ) कर दिया। हैकर्स के इन हरकतों से एनएचएआई के अधिकारियों हड़कंप की स्थिति है।
पीएम मोदी ने किया चीनी मंशा का पर्दाफाश, अंडमान में fast track strategy पर काम रहा है भारत जानकारी के मुताबिक चुराए गए डेटा में इस एजेंसी के कम से कम एक पूर्व अध्यक्ष के व्यक्तिगत पहचान के दस्तावेज भी शामिल हैं। सारी जानकारियां 2 जून को ऑनलाइन पोस्ट कर दी गई। बता दें कि NHAI देश में राजमार्गों के निर्माण और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है।
रैंसमवेयर साइबर ने किया हमला पिछले हफ्ते 28 जून को NHAI पर साइबर हमले की खबर आई थी, लेकिन दो दिन बाद NHAI ने कहा था कि उनका सारा डेटा सुरक्षित है। लेकिन ऐसी बात नहीं है। NHAI के सर्वर पर रैंसमवेयर साइबर हमला ( Ransomware cyber attack ) था। इस तरह के हमले में आमतौर पर पैसा बनाने के लिए हैकर्स डेटा चुराते हैं।
नितिन गडकरी ने चीन के खिलाफ सरकार का किया बचाव, कहा – जरूरतों के हिसाब से बनाने होंगे नए नियम इस बात का खुलासा सिंगापुर के साइबर स्पेससिटी फर्म साइफिरमा (Cyfirma) की ओर से एक मीडिया एजेंसी को सूचना देने के बाद हुई है। सिंगापुर के इस फर्म के मुताबिक चुराए गए डेटा में ऑडिट रिपोर्ट, पासपोर्ट की कॉपियां और पहचान पत्र शामिल है।
माना जा रहा है कि एनएचएआई की ये डेटा दो अलग-अलग फाइल में थी और इसकी साइज़ 1.8 GB है। हैकर्स ने दावा किया है कि उसने 5% डेटा की चोरी की है। साइफिरमा के आकलन के मुताबिक हैकर्स ने इस डेटा के लिए एनएचएआई से फिरौती की मांगी होगी। दरअसल हैकर्स के ये ग्रुप और ज्यादा डेटा चुराने की धमकी देते हैं।