रिंकू ने ब्रॉडकास्टर जियोसिनेमा से कहा, “मैं हमेशा तीन या चार विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आता हूं, इसलिए यह हमेशा दबाव की स्थिति होती है। मैं मैच की स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने की कोशिश करता हूं और अपने साथी के साथ लगातार बातचीत करता हूं। मैंने बड़ा स्कोर बनाने की योजना नहीं बनाई थी, लेकिन धीमी विकेट के कारण, हमने सिंगल और डबल लेने और प्रत्येक गेंद को उसकी योग्यता के अनुसार खेलने पर ध्यान केंद्रित किया। जब उन्होंने (नितीश) नो-बॉल पर छक्का लगाया, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ गया। उन्होंने बहुत समझदारी से बल्लेबाजी की और हम पूरे समय बातचीत करते रहे। हमने इसका खूब लुत्फ उठाया और मैंने उनसे कहा कि यह ‘गॉड्स प्लान’ है और उन्हें बड़े शॉट खेलते रहना चाहिए।”
कभी भी बदल सकती है बैटिंग ऑर्डर
उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय टीम प्रबंधन ने उन्हें बताया है कि मैच के हालात के हिसाब से उनकी पोजीशन बदल सकती है। रिंकू ने कहा, “कभी-कभी इसमें उतार-चढ़ाव होता है। अगर आखिरी कुछ ओवर हैं, तो हार्दिक भैया आगे आते हैं और अगर बीच के ओवर बचे हैं, तो वे मुझे भेज देते हैं। उन्होंने यह पहले ही साफ कर दिया है कि मैच की स्थिति के हिसाब से मेरी पोजीशन बदल सकती है।” रिंकू ने नए हेड कोच गौतम गंभीर के साथ अपनी बातचीत के बारे में कहा, “हमने कुछ खास चर्चा नहीं की। उन्होंने मुझे केकेआर में अपनी शैली और अभ्यास दिनचर्या को बनाए रखने के लिए बहुत स्वतंत्रता दी। उन्होंने मुझसे बस इतना कहा कि मैं अपना खेल खेलता रहूं और खुद पर विश्वास रखूं।”