मिनी विश्व कप कहे जाने वाले आईसीसी के इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का चयन किया जाना है, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें करीब एक सप्ताह की देरी हो सकती है। ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की घोषणा 18 या 19 जनवरी को हो सकती है। आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर भारतीय टीम के चयन पर ना सिर्फ फैंस बल्कि लंबे समय से बाहर चल रहे कई क्रिकेटर भी नजरें गड़ाए हुए हैं। अगर इस टूर्नामेंट में उनका चयन नहीं होता है तो संभव है, कई भारतीय क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। आइए ऐसे ही क्रिकेटर्स पर डालते हैं नजर…
उमेश यादव- 37 वर्षीय भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 2018 में विशाखापट्टनम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। तब से वह भारतीय वनडे टीम में वापसी नहीं कर सके हैं। वनडे के अलावा उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच भी जून 2023 में खेला था। हालाकि वह घरेलू और लीग क्रिकेट में सक्रिय हैं। ऐसे में वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने की उम्मीद कर रहे होंगे। यदि उनका चयन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में नहीं होता है तो संभव है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दें। उमेश यादव ने भारत के लिए 75 वनडे मैच में 6.01 की इकॉनमी से 106 विकेट चटकाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/31 है।
अजिंक्य रहाणे- धाकड़ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे घरेलू क्रिकेट में भले ही सक्रिय हो और बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर रहे हों, लेकिन उनकी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए राह आसान नहीं होती दिख रही है। दरअसल, उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उन्हें मुंबई टीम में शामिल नहीं किया गया था। हालाकि भारत के लिए फरवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी वनडे मैच खेलने वाले अजिंक्य रहाणे फिर भी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम में वापसी की उम्मीद लगाए होंगे। यदि उन्हें आईसीसी के इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना जाता है तो संभव है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लें। अजिंक्य रहाणे ने भारत के लिए 90 वनडे मैचों में 35.26 की औसत और 78.63 की स्ट्राइक रेट से कुल 2962 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 24 अर्द्धशतक शामिल हैं।
भुवनेश्वर कुमार- 34 वर्षीय भुवनेश्वर कुमार भी लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए आखिरी वनडे मैच जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। हालाकि वह घरेलू टूर्नामेंट में उत्तर प्रदेश की ओर से सक्रिय है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वह उत्तर प्रदेश टीम के कप्तान की भूमिका में नजर आए थे। भुवनेश्वर कुमार भी चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर भारतीय टीम में वापसी की आस में होंगे। इस टूर्नामेंट के लिए यदि उनका चयन नहीं होता है तो संभव हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सें संन्यास ले लें। भुवनेश्वर कुमार ने भारत के लिए 121 वनडे मैच में 5.08 की इकॉनमी से कुल 141 विकेट चटाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/42 है।
रवींद्र जडेजा– स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भारतीय क्रिकेट टीम में बने हुए हैं, लेकिन आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर उनके अवसर कम दिखाई पड़ रहे हैं। भारतीय चयनकर्ता उनकी जगह युवा स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को मौका दे सकते हैं। वरुण ने भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वनडे क्रिकेट में पदार्पण नहीं किया हो, लेकिन वह विजय हजारे ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन कर रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई चार मैचों की टी-20 सीरीज में वरुण ने कहर बरपाते हुए 12 विकेट झटके थे। ऐसे में रवींद्र जडेजा की जगह वरुण चक्रवर्ती को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह मिले तो हैरानी की बात नहीं होगी। अगर उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जगह नहीं मिलती है तो संभव है रवींद्र जडेजा संन्यास की घोषणा कर दें। रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए कुल 197 वनडे मैच में 4.88 की इकॉनमी से कुल 220 विकेट चटकाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/33 है।
ईशांत शर्मा- भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज रहे ईशांत शर्मा लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं, हालाकि घरेलू क्रिकेट में अभी भी सक्रिय है। 36 वर्षीय तेज गेंदबाज ने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की ओर से आखिरी वनडे मैच खेला था, तब से उनकी टीम में वापसी नहीं हो सकी है। ऐसे में उनकी भी निगाहे चैंपियंस ट्रॉफी पर टिकी होंगी। यदि इस आईसीसी टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में वापसी नहीं होती है तो हो सकता है, वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दें। ईशांत शर्मा ने भारत के लिए 80 वनडे मैच में 5.72 की इकॉनमी से कुल 115 विकेट चटकाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/34 है।