अभी सब्जी के दामों से राहत मिलने वाली नहीं
शुक्रवार को बाजार के भाव पता किए तो यह हैरान करने वाले थे। फिलहाल अभी सब्जी के दामों से राहत मिलने वाली नहीं है। विक्रेताओं ने बताया कि थोक क में प्याज के भाव 50 रुपए प्रति किलोग्राम व फुटकर में दुकानदार 60 रुपए में बेच रहे हैं। टमाटर थोक र मंडी में 50 रुपए और फुटकर में 60 से 80 रुपए के बीच बेचा जा रहा है। आलू के भाव भी मंडी में 30 रुपए प्रति किलोग्राम हैं। जिसे फुटकर विक्रेता 40 रुपए में बेच रहे हैं। शनिवार को गिलकी 60 से 70 रुपए, लौकी 30 रुपए, शिमला मिर्च 100 रुपए, फूलगोभी 30 से 40 रुपए तक नया अदरक सौ रुपए प्रति किलोग्राम रुपए तक बिका। हरी धनिया का मूल्य प्रति तीन सौ रुपए व लहसुन 400 के आसपास हैं। सब्जी विक्रेता हल्काई कुशवाहा का कहना है कि पहले वह सब्जी लेने पर धनिया नि:शुल्क ही दे देता था, लेकिन मूल्य अधिक होने के कारण लोग कम खरीद रहे हैं। ठेले में भी वह छिपाकर रखता है। जिससे कोई उसे उठा न ले। हरी मिर्च के भाव 50 रुपए प्रति किलोग्राम हैं।तेल के दाम 15 प्रतिशत तक बढ़े
सरकार द्वारा 20 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी (आयात शुल्क) बढ़ाने से खाद्य तेलों के दामों में एक ही दिन में 10 से लेकर 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। मुख्य रूप से सोयाबीन, सरसों, मूंगफली एवं सनफ्लावर तेलों के प्रति लीटर दाम 10 से 15 रुपए तक बढ़ गए हैं। पहले जहां एक सोयाबीन तेल 104 रुपए में बिक रहा था। वहीं अब इसके भाव 116 रुपए हो गए हैं। थोक तेल व्यापारी राकेश साहू का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी। इससे सोयाबीन तेल 90 से 95 रुपए लीटर बिका। इस समय 110 से 120 रुपए लीटर बिक रहा है।
लहसुन के भाव चार सौ रुपए प्रति किग्रा
बाजार में लहसुन के भाव इन दिनों बहुत बढ़े हुए हैं। थोक बाजार में यह 350 रुपए प्रति किलोग्राम मिल रहा है। फुटकर में इसे चार सौ रुपए तक बेचा जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि प्याज की आवक स्थानीय स्तर पर बंद है। महाराष्ट्र से प्याज की आवक कम हो रही है। इसके अलावा नई प्याज को आने में एक माह से ज्यादा का समय लगेगा। ऐसे में प्याज के दाम तो बढ़ेंगे। गृहिणी प्रीति अग्रवाल का कहना है कि एक महीने में टमाटर और प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। तेज वर्षा के बाद हरी सब्जियों के दाम भी उछल गए हैं। इससे रसोई का बजट बिगड़ गया है।