जागरुकता की नई दिशा दिखा रहा अभियान पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने इस जागरूकता की एक नई दिशा दिखाई है। पत्रिका समूह ने अपने पाठकों और समाज के लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति सचेत करने के लिए यह अभियान चलाया है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इस अभियान के माध्यम से लोगों को ओटीपी, पिन, पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी को लेकर सतर्क किया जा रहा है। इसके साथ ही, लोगों को यह समझाया जा रहा है कि वे अपनी निजी जानकारी, जैसे कि बैंक खाता नंबर, एटीएम पिन, पासवर्ड और ओटीपी, किसी भी अजनबी के साथ साझा न करें।
साइबर अपराध से कर रहे सतर्क पत्रिका के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि वे अपनी ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान साइबर अपराध से बचने के लिए किस तरह सतर्क रह सकते हैं। अभियान के तहत फोन कॉल्स, मेसेजेस और ईमेल्स के माध्यम से साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले धोखाधड़ी के तरीकों को समझाया जा रहा है। इसके साथ ही बैंक खाते, ईमेल अकाउंट्स, सोशल मीडिया प्रोफाइल्स आदि की सुरक्षा बढ़ाने के उपायों की जानकारी दी जा रही है। इस अभियान के तहत लोगों को यह बताया जा रहा है कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध फोन कॉल या मेसेज आता है, जिसमें उनका ओटीपी या कोई निजी जानकारी मांगी जाती है, तो उन्हें इसे तुरंत नजरअंदाज करना चाहिए और किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी पिन** या पासवर्ड न बताएं।
लोगों को सिखा रहे ये यह अभियान केवल इंटरनेट की दुनिया में सुरक्षा के उपायों के बारे में नहीं है, बल्कि इसके जरिए लोग अपने डिजिटल जीवन में सुरक्षा के नियमों को समझने लगे हैं। अब अधिक से अधिक लोग ओटीपी और पिन जैसी संवेदनशील जानकारी को लेकर सतर्क हो गए हैं। स्थानीय व्यवसायी ने इस अभियान के बारे में बात करते हुए कहा पहले मुझे कभी भी ऐसा नहीं लगता था कि मेरी जानकारी कोई चुराकर मेरा बैंक अकाउंट खाली कर सकता है, लेकिन इस अभियान के बाद मुझे समझ में आया कि कितनी आसानी से साइबर अपराधी लोगों को धोखा दे सकते हैं। अब मैं अपनी सारी जानकारी बहुत सतर्कता से रखता हूं और ओटीपी, पासवर्ड जैसी चीजें किसी से भी साझा नहीं करता। इसी तरह एक गृहिणी ने बताया मैंने कई बार फोन कॉल्स पर ओटीपी मांगा गया और मैंने भी सहजता से दे दिया था, लेकिन इस अभियान के बाद मुझे समझ में आया कि यह एक धोखाधड़ी हो सकती थी। अब मैं इन चीजों से बहुत सतर्क हूं और किसी से भी अपनी निजी जानकारी नहीं साझा करती।
साइबर अपराधों में हो रही कमी पत्रिका के इस जागरूकता अभियान का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। जिले में साइबर अपराधों की संख्या में कमी आई है। लोग अब अधिक सतर्क हो गए हैं और साइबर धोखाधड़ी के शिकार होने से बच रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में साइबर अपराधों की संख्या में कमी आई है, और इसका श्रेय पत्रिका के रक्षा कवच अभियान को जाता है। लोगों में बढ़ती जागरूकता ने उनके खिलाफ हो रहे अपराधों को कम कर दिया है। इस अभियान से हम उम्मीद करते हैं कि लोग और अधिक सजग होंगे और साइबर अपराधियों का शिकार नहीं होंगे।”
साइबर सुरक्षा के ये हैं सरल उपाय अभियान के तहत यह भी बताया जा रहा है कि लोग अपने स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स और कंप्यूटर में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें, ताकि वे साइबर अटैक से सुरक्षित रह सकें। इसके अलावा दो-चरणीय प्रमाणीकरण जैसे सुरक्षा उपायों को अपनाने की सलाह भी दी जा रही है, ताकि यदि कोई व्यक्ति आपकी पासवर्ड जान भी जाए, तो वह आपके अकाउंट तक पहुंच न सके। अभियान में यह भी बताया गया कि लोग अपने पासवर्ड को सुरक्षित और विभिन्न रखें और किसी भी एक पासवर्ड का बार-बार उपयोग न करें। इसके अलावा, किसी भी फिशिंग ईमेल या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले सतर्क रहें और हमेशा साइट के यूआरएल को ध्यान से चेक करें।