कोरोना काल में पहुंचाते रहे राशन
रामगढ़ गांव के संतोष शिवहरे बताते है कि बचपन में गरीबी की देखी है। यही वजह है कि गरीबों के दर्द को समझ सकता हूं। जब अपने पैरों पर खड़ा हुआ तो हर साल आमदनी का दस फीसदी गरीबों की मदद के लिए खर्च करने लगा। ईश्वर, माता-पिता के आर्शीवाद और गरीबों की दुआओ से कामकाज भी ठीक चलने लगा। इससे दूसरों की मदद का भाव मजबूत होता गया। इसी बीच कोरोना काल आया तो लोगों की परेशानी व दर्द और नजदीक से देखा। कोरोना काल में शहर के हर वार्ड में नगरपालिका द्वारा चिंहित जरूरतमंदों के लिए राशन की मदद कर पाया। दूसरों की मदद से आत्मसंतोष मिलता। इसलिए यह सिलसिला जारी है। सर्दियों में जरूरतमंदो को गर्म कपड़े, गर्मियों में कपड़े, पंखे की व्यवस्था समेत जो भी बन पड़ता है, करने की कोशिश करता रहता हूं।
बुजुर्गो को भेंट किए गर्म कपड़े
बीते दस दिनों से कड़ाके की ठंड पर रही है। संतोष ने अपने साथियों ने कलचुरी समाज के युवा जिला अध्यक्ष निखिल शिवहरे, अमित तिवारी,शिवम चौबे, चुन्नीलाल शिवहरे, जितेंद्र, गोलू, आशीष रावत, अंकित कुशवाहा, कैलाश कुशवाहा, भविष्य, ऋषभ, अशोक कुशवाहा के साथ मिलकर गरीबों को गर्म कपड़े भेंट किए। संतोष हर साल 1 जनवरी को गरीबों को गर्म कपड़े भेंट करते हैं। इसके अलावा सालभर दूसरों की मदद का सिलसिला जारी रहता है।