बिजली की हानि रोकना मकसद
केंद्रीय दल की टीम ने इन कार्यों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। योजना की थीम है कि विद्युत वितरण की हानियों को कम किया जाए और कार्यों का नवीनीकरण किया जाए ताकि सुचारू रूप से बिजली सप्लाई हो सके। इसके लिए जिले में योजना के तहत 62 मिक्स फीडरों का निर्माण होगा, इनमें कृषि और घरेलू फीडरों को अलग-अलग किया जाएगा। लंबे फीडरों को दो भागों में विभक्त करके कम किया जाएगा।
अलग अलग होंगे फीडर
इसके अलावा फीडरों के बीच इंटर कनेक्शन भी किए जाएंगे। इनमें ऐसे फीडरों पर काम होगा, जिनमें भार कम है, उन्हें जोडकऱ समान भार किया जाएगा। 33/11 केवी उपकेंद्रों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना होगी। 11 केवी लाइन का विभक्तीकरण व इंटरकनेक्शन कार्य होगा। इसी तरह 33 केवी लाइनों में कार्य होगा। 48 फीडर सेपरेशन कार्य होंगे। इन समस्त कार्यों को पूर्ण करने के लिए बिजली कंपनी द्वारा 3 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है। बिजली कंपनी का दावा है कि वर्ष 2026 तक यह सभी कार्य पूरे हो जाएंगे। इस योजना में पूर्वी क्षेत्र में छतरपुर डिवीजन का काम काफी आगे है।
शहर में 250 किलोमीटर लंबे तार बदल रहे
शहर में वर्षों पुरानी केबिलें डली हुई हैं। इससे बिजली ट्रिपिंग की समस्या आम बनी हुई है। योजना के तहत शहर की समस्त केबिलों को हटाकर नई केबिलें डाली जाएंगी। इसके लिए शहर में 250 किमी एरिया में काम होगा। इस तरह से संपूर्ण जिले में 1451 किमी एलटी लाइन की तारों को बदलना जाएगा और क्षमता में वृद्धि की जाएगी। इसके अलावा 90 किमी में 11 केवी लाइन कंडक्टर की क्षमता में वृद्धि होगी।
फैक्ट फाइल
शहर में उपभोक्ता- 44 हजार 500
बिजली खपत सामान्य- 3.50 लाख यूनिट
पीक समय में खपत- 6.70 लाख यूनिट
पीक सीजन में शिकायतें रोजाना- 100 से 150
कंट्रोल रुम लैंडलाइन नंबर- 07682245566
कंट्रोल रुम मोबाइल नंबर-9425613757
इनका कहना है
आरडीएसएस योजना के तहत 210 करोड़ रुपए की राशि के कार्य प्रस्तावित है, जिन्हें समय अवधि में पूर्ण कराया जाएगा। इससे बिजली सप्लाई व्यवस्था और सुदृढ होगी। लो वोल्टेज, बिजली ट्रिपिंग, लाइन लॉस की समस्या का समाधान हो जाएगा।
अमर श्रीवास्तव, इइ बिजली कंपनी, छतरपुर