नये साल पर लोग परिवार, रिश्तेदार और अपने दोस्तो को मूंह तक मिठा नही करवा सके। विवाद की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूर्व में ही जहां जिले में इंटरनेट एसएमएस पर प्रतिबंध लगाने के साथ धारा 144 लागु कर दी गई, वहीं बाजार भी बंद रहे। व्यापारियों ने मामले को भापते हुए स्वत: ही दुकाने बंद रखी ऐसे में लोगों को न नाश्ता नसीब हुआ न मिठाईयां। दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को भी परेशानी उठानी पड़ी। शहरी सीमा में भारी भरकम पुलिस जाप्ते ने लोगो के प्रवेश पर रोक लगा दी, उन्हें पैदल ही अपने गन्तव्य की ओर जाना पड़ा सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को लेकर हुई। रोते बिलखते बच्चों को अभिभावक समझाते नजर आए। एक बारगी बिगड़े माहोल को लेकर छोटी काशी थम सी गई।
चप्पे चप्पे पर प्रसाशन की निगाह ड्रोन कैमरे से शहर में निगरानी रही। देर रात तक हथियार बंद जवान घूमते रहे। शहर में आने जाने वालों की तलाशी और पुछताछ की जा रही है। चहुंओर पुलिस का हाईअलर्ट हो गया। मालनमासी बालाजी मंदिर पर पुलिस जाप्ता तैनात रहा। सुरक्षा के लिए कोटा रेंज से पुलिस जाप्ता बूंदी पहुंचा। इसके अलावा आरएसी के जवान, जिलेभर के थानों के थानाधिकारी व पुलिस जाप्ता बूंदी में तैनात कर दिया गया। इसके अलावा जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले रास्ते व अलग-अलग गांवों में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतमजाम किए।