प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही प्रबंध निदेशक ने जयपुर मुख्यालय पर प्रदेश के आगार प्रबंधकों की बैठक ली थी। जिसमें जारी निर्देशों के अनुसार अब यदि यात्री यात्रा पर नहीं जा रहे हैं तो वे टिकट रिटर्न कर सकेंगे। टिकट से दस फीसदी राशि काटकर शेष यात्रियों को लौटा दी जाएगी।
परिवहन के क्षेत्र में लगातार बढ़ रही प्रतिस्पद्र्धा को देखते हुए रोडवेज प्रबंधन ने यह निर्णय किए हैं। ताकि वे घाटे को पाटने के किए जा रहे प्रयासों के साथ-साथ यात्रियों को निजी वाहनों में मिल रही सुविधाएं अब रोडवेज में भी दे सकें। रोडवेज का मानना है कि इससे यात्रीभार औन इनकम बढ़ेगी। यह सुविधा ऑनलाइन बुकिंग, बुकिंग खिडक़ी और पूछताछ केंद्रों से लिए जा रहे टिकटों पर दी जाएगी। आदेशों की पालना में बूंदी आगार ने यह प्रक्रिया शुरू कर दी है।
रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए निगम की ओर से नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं। अधिकारियों की माने तो नए प्रयोग के बाद सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। हालांकि अभी इसमें सुधार नहीं हुआ। रोडवेज की माली हालत इसमें परेशानी बनी हुई है। रोडवेज बसों में 10 फीसदी छूट के बाद मुख्यालय यह सुविधा भी शुुरू करेगा कि अभी खरीदा टिकिट बाद में काम लिया जा सकता है।इसमें यात्री को कुछ अतिरिक्त शुल्क देकर आगामी तिथि में टिकिट काम लिया जा सकेगा।
ऐसे मिलेगी सुविधा
रोडवेज की बुकिंग काउंटर या पूछताछ में से टिकट बुक कराने पर उसी स्थान के लिए रिटर्न टिकिट बुक कराने पर छूट दी जाएगी, जो यात्री को मय सीट मिलेगी। इस सुविधा से रोडवेज में यात्रीभार बढ़ेगा।
ये होंगे नियम
– यात्री को आने-जाने का टिकिट खरीदते समय आईडी पू्रफ के साथ वापसी यात्रा केस्थान, दिनांक से अवगत कराना आवश्यक होगा।
– यात्रा के दौरान अपना आईडी भी साथ रखना होगा।
– वापसी यात्रा की अवधि 15 दिन की होगी।
– यात्रा के लिए आने-जाने की टिकिट अलग-अलग होगी।
– वापसी टिकिट पर निरस्तीकरण की सुविधा नियमानुसार देय होगी
मुख्यालय से निर्देश मिले हैं, रोडवेज में सफर करने वाले यात्रियों को रिटर्न टिकिट पर 10 फीसदी छूट मिलेगी। बूंदी आगार सहित प्रदेश के सभी बुकिंग विंडो व पूछताछ केंद्रों पर यह शुरू हो गई। फिलहाल दिल्ली, हरिद्वार, जयपुर, बीकानेर आदि लम्बी दूरी के सफर तय करने वाले यात्रियों के लिए सुविधा रहेगी।
घनश्याम गौड़, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज, बूंदी