पालिका उपाध्यक्ष हेमंत पंचोली, अम्बरीश व्यास आदि का कहना है कि नगरपालिका में सफाई व्यवस्था में सुधार करने और सड़कों की सफाई के लिए करीब एक साल पहले 14 लाख की लागत से दो ट्रैक्टर चालित स्वीपर मशीन की खरीद की गई। खरीद के बाद से इन स्वीपर मशीनों का शहर की सड़कों पर सफाई के लिए एक बार भी उपयोग नहीं किया गया है। खरीद के बाद से एक स्वीपर मशीन नगरपालिका कार्यालय पर और दूसरी स्वीपर मशीन अंबेडकर भवन पर पड़ी हुई है। सड़कों की सफाई नहीं होने से कचरा फैला रहता है।
पूर्व पार्षद अम्बरीश व्यास ने बताया कि नगरपालिका में चार दर्जन से अधिक स्थाई सफाई कर्मचारी और करीब चार दर्जन से अधिक सफाई कर्मचारी संविदा पर कार्यरत है और शहर व नगरपालिका क्षेत्र के गांवो में सफाई कार्य में लगे हुए हैं। इसके बावजूद सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। सड़कों पर बने डिवाइडर में सफाई कर्मचारी, आसपास के लोग कचरा डाल कर जला रहे हैं, जिससे शहर की आबोहवा बिगड़ रही है। लोगो को गंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
शहरवासियों का कहना है कि सफाई के बाद जगह जगह कचरे के ढेर लगा दिए जाते हैं। वहीं जहां कचरा पात्र रखे गए हैं, उनमें कचरा भर जाने के बाद भी उठाव नहीं होने से लोग आग लगा देते हैं और दुर्गंध फैलती है।