प्रधान भी रह चुके थे अफजल अली जानकारी के अनुसार, खुर्जा नगर क्षेत्र के मीरपुर गांव के पूर्व प्रधान अफजल अली वकील भी थे। वह मंगलवार को एक प्राइवेट अस्पताल में मरीज को देखने आए थे। सुबह करीब 11 बजे वह ऑटो में खुर्जा से वापस मीरपुर के लिए लौट रहे थे। जैसे ही ऑटो चलने लगा, तभी बाइक सवार बदमाश आ गए। उन्होंने ऑटो रोक कर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। वकील को तत्काल कैलाश अस्पताल में लाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।
पुरानी रंजिश आई सामने आपको बता दें कि पूर्व प्रधान अफजल अली की वर्ष 2017 से गांव के लोगों से पुरानी रंजिश चल रही थी। इसके पीछे चार लाख रुपये को लेकर विवाद बताया गया। इसमें उन पर 2017 में भी हमला हुआ था। इस मामले में चार लोग जेल गए थे। फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं। उस मामले में आरोपी उन पर फैसले का दबाव बना रहे थे। दो दिन पहले उनके घर पर आरोपी सानू गया था। उसने पूर्व प्रधान पर फैसले का दबाव बनाया। अफजली अली ने जब मना किया तो वह उनसे झगड़ा करने लगा और अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया था। परिवार वालों का आरोप है कि गांव के ही सानू और उसके भाई ने गोली मारकर हत्या की है। उन्होंने पुलिस पर भी शिकायत देने के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
चार लाख रुपये का है विवाद एसएसपी एन कोलांची ने बताया कि वकील का वर्ष 2017 से चार लाख रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। इसमें चार लोग जेल गए थे। उसमें चार्जशीट भी लग गई थी। दो दिन पहले आरोपी सानू उनके घर गया था और फैसले का दबाव बनाया था। डबल मर्डर में चारों लोग नदीम, सानू, शबाब और फहीम बसीन पहले भी जेल गए हैं। इनकी ही पुरानी रंजिश चल रही है। परिवार वालों ने उन पर हत्या का आरोप लगाया है। वकील के भतीजे दानिश ने बताया कि उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, वारदात के बाद गुस्साए लोगों ने एनएच-91 पर जाम लगा दिया। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। एसएसपी सहित आला अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। करीब आधे घंटे बाद लोग माने।
बाल-बाल बचीं तीन सवारियां जिस वक्त यह वारदात हुई उस समय ऑटो में महिला, किशोरी और चालक भी थे। गनीमत रही कि इस हमले में बाकी सवारियों को कोई चोट नहीं आई।