प्रदूषण के लिए पराली नहीं कारखाने जिम्मेदार
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ किए जा रहे मुकदमों के विरोध में सरकार से लड़ाई लड़ी जाएगी। पराली तो पहले से जलती आ रही है। वायु प्रदूषण के लिए देश में चल रहे कारखाने जिम्मेदार हैं। सरकार सख्ती से इनके मानक पूरे करा दें तो वायु प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा दिल्ली में तीन स्थानों पर 24 घंटे कचरा जलाया जा रहा है।
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सरकार को करना चाहिए निष्पक्ष व्यवहार
इस दौरान टिकैत ने कहा कि सरकार को जिम्मेदारी से निष्पक्ष व्यवहार करना चाहिए। वैसे भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान की बुआई बहुत कम होती है। सरकार के साथ लड़ाई लड़ी जाएगी। मामले की बाबत मुख्यमंत्री से भी मिला जाएगा। समाज सुधार के लिए उन्होंने जाट समाज से अपने गोत्र में शादी न करने का आह्वान किया। कहा कि गुर्जर, जाट और राजपूत बिरादरी में तालमेल बैठकार इनमें आपस में शादी-ब्याह के रिश्ते बनाए जा सकते हैं। इस पर अभी सामाजिक मोहर लगनी बाकी है। जिसके लिए एक राय बनाने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि तीनों बिरादरी के गोत्र भी समान हैं।