इस फ़िल्म के ट्रेलर के मुताबिक़ इसकी कहानी एक आतंकी कैंप के इर्द-गिर्द घूमती हुई दिखाई गई है। जिसमें युवाओं को भटकाया जा रहा है और उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा है। ट्रेलर के अंदर जिन युवाओं को आतंकी बनने की ट्रेनिंग दी जाती है उन्हें यह कहा जाता है कि इस्लाम के मुताबिक जन्नत में जाने वाले हर शख्स को 72 हूर दी जाएगी। मृत्यु के समय वह चाहे किसी भी उम्र का क्यों न हो, लेकिन मरने के बाद वह स्वर्ग में 30 वर्ष का होगा। वहां उसकी उम्र और नहीं बढ़ेगी। इस फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद कुछ लोग इसके मेकर्स पर सवाल खड़ा कर रहें हैं कि उन्होंने फिल्म के माध्यम से ऐसा कंटेंट तैयार किया है जिससे कि नफरत को बढ़ावा मिल सकता है।