– 18-65 वर्ष का कोई भी व्यक्तिजो स्वस्थ हो, रक्तदान कर सकता है। जिन्होंनेे टैटू गुदवाया हो, वे इसके एक साल बाद ही रक्तदान कर सकते हैं।
– रक्तदान करने वाले का एक से अधिक पार्टनर से शारीरिक संबंध न हों।
– वजन 45 किलो से कम नहीं होना चाहिए।
– रक्तदान करने वाले को सांस संबंधी, त्वचा या हृदय रोग न हों।
– महिला रक्तदान कर रही हो तो वह पिछले छह हफ्तों में गर्भवती नहीं होनी चाहिए।
– रक्तदान के पहले छह महीने तक सर्जरी न हुई हो।
– रक्तदाता के खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12.5 ग्राम प्रति डेसीलिटर से कम नहीं होनी चाहिए।
– रक्तदान से पहले भरपेट खाएं और पूरी नींद लें। रक्तदाता दान से पहले रात में व सुबह जूस और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। -रक्तदान के बाद 5-20 मिनट तक आराम करें।
– 48 घंटे के भीतर शराब और दवा का प्रयोग, रक्तदान के चार घंटे पहले और चार घंटे बाद तक धूम्रपान।
– कुछ घंटों तक वाहन न चलाएं।
– इस दान के स्वास्थ्य पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं इसलिए इसे सेहत का रिटर्न गिफ्ट कहते हैं।
– हृदय संबंधी स्वास्थ्य सुधरता है। रक्तदान से पुरुषों में आयरन का स्तर कम हो जाता है जिससे हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। साथ ही अन्य हृदय रोगों व स्ट्रोक की आशंका घटती है।
-रक्तदान से शरीर में रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है। इसकी भरपाई करने के लिए शरीर बोनमैरो को नई लाल रक्तकणिकाएं बनाने के लिए प्रेरित करता है। इससे शरीर में नई कोशिकाएं बनती हैं और शारीरिक तंत्र तरोताजा हो जाता है।