प्रतिवर्ष गर्मी की छुट्टियों के अलावा दशहरा, दीपावली और छठ पर्व पर बाहर आने-जाने वाले यात्रियों के कारण ट्रेनों में काफी भीड़ होती है। इसके लिए रेलवे समर स्पेशल की सुविधा यात्रियों को प्रदान कर रही थी, ताकि वेटिंग टिकटधारियों को परेशानी में सफर न करना पड़े। वित्तीय वर्ष 2020 में मार्च के पहले ही कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत हो गई थी। 23 मार्च के बाद से रेलवे ने सारी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया।
दशहरा, दीपावली और छठ में चलेंगी 200 ट्रेने, यूपी बिहार जाने वालों की संख्या अधिक
मई से स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत हुई, जिसमें बिलासपुर जोन को भी कुछ ट्रेन दी गई। इन ट्रेनों में कोरोना के भय से यात्रियों की संख्या काफी कम है। अक्टूबर माह में नवरात्रि, दशहरा और नवम्बर में दीपावली एवं छठ पर्व मनाया जाएगा। त्योहारी सीजन में रेलवे बोर्ड ने अक्टूबर-नवम्बर के बीच 200 विशेष ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया था। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने निर्देशित किया था कि जोन प्रशासन अपने डिवीजन स्तर पर चलने वाली पुरानी ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ और मांग को देखने के बाद उसकी सूची तैयार करें।
इसके तहत बिहार और बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेनों के अलावा तीन ट्रेन बिहार की हैं, जिसमें दुर्ग से राजेन्द्रनगर के बीच चलने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस, दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस और बिलासपुर से पटना जाने वाली एक्सप्रेस शामिल थी। इन तीनों ट्रेनों में एक ट्रेन छपरा से दुर्ग और दुर्ग से छपरा के बीच चलने वाली सारनाथ की सुविधा जोन के यात्रियों को दी गई है।
पुराने समय पर चलेगी ट्रेन
जोन से मिली जानकारी के अनुसार स्पेशल बनकर सारनाथ एक्सप्रेस का परिचालन छपरा 13 अक्टूबर को 05159 नम्बर के साथ होगा। वहीं 14 अक्टूबर को ट्रेन 05160 नम्बर के साथ दुर्ग से रवाना होगी। इस ट्रेन का परिचालन पुराने समय के अनुसार होगा, जिसमें दुर्ग से ट्रेन रात 8.40 बजे रवाना होकर रात 11 बजे बिलासपुर और छपरा से रवाना होकर दूसरे दिन सुबह 4 बजकर 20 मिनट पर बिलासपुर पहुंचेगी।
इलाहाबाद जाने वाले यात्रियों को मिलेगी सुविधा
सारनाथ एक्सप्रेस का परिचालन शुरू होने के साथ ही सबसे अधिक सुविधा अस्थि विसर्जन के लिए इलाहाबाद, बनारस जाने वाले यात्रियों को होगी। लॉकडाउन और यात्री ट्रेनों के बंद होने से अस्थि विसर्जन के लिए लोगों को निजी वाहन या फिर बस से जाना मजबूरी हो गई थी।