केंद्र-राज्य में एक सरकार, फिर देर क्यों?
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज के प्रदेश उपाध्यक्ष नवदीप सिंह अरोरा ने कहा कि शहर और क्षेत्र के विकास में तेजी लाने के लिए परिवहन सेवा को भी उसी अनुरूप बनाना पड़ेगा। यहां बढ़ी मुश्किलों से तो एयरपोर्ट शुरू हो पाया। फिर बड़ेे शहरों के लिए फ्लाइट शुरू कराने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। अब देश के बाकी हिस्सों से रेगुलर कनेक्टिविटी भी अधर में है। हवाई सेवा दुरुस्त न होने के कारण बाहर से लोग यहां आने में कतराते हैं। किसी आयोजन में किसी कलाकार को बुलाना हो तो वह नहीं आना चाहता। यही स्थिति व्यापार ग्रुपों के साथ है। केंद्र और राज्य दोनों जगह एक ही सरकार है, तो अब नाइट लैंडिंग शुरू न हो पाना समझ से परे हैं। नियमित हवाई सेवा शहर की जरूरत
संचालक शिखा शिल्क, बसंत साड़ी सेंटर के सौमित्र गुप्ता ने कहा कि लंबे समय से मांग करने, जूझने और कानूनी लड़ाई के बाद ले देकर एयरपोर्ट मिला। लेकिन अब मामला नाइट लैंडिंग पर अटक गया है। इसके बिना शहर को नियमित विमान सेवा नहीं मिलेगी। इस जरूरत को जनप्रतिनिधियों और सरकार को समझकर काम जल्दी पूरा कराना चाहिए। नियमित हवाई सेवा व्यापार के लिए आने- जाने वालों के लिए बहुत जरूरी हो गई है।
काम में तेजी लाना जरूरी
छत्तीसगढ़ टेंट ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने कहा कि एयरपोर्ट बनाने के बाद कुछ फ्लाइट शुरू की गईं हैं, लेकिन रेगुलर फ्लाइट की व्यवस्था यहां व्यवसायिक गतिविधियों को तेज करने के लिए जरूरी है। यह तभी संभव हो पाएगा जब नाइट लैंडिंग शुरू की जाए। इसके लिए प्रक्रिया शुरू की गई है लेकिन काम में तेजी लाने की जरूरत है। इस पर प्रशासन और संबंधित एजेंसियों को गंभीरता से काम करना चाहिए। एयरपोर्ट बनने के बाद जब यहां से उड़ान शुरू हुई तो लोगों को उम्मीद बंधी कि आवश्यक कार्यों के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों तक आना-जाना अब आसान होगा। व्यापार जगत से जु?े लोगों की यह अपेक्षा होती है कि वे एक दिन में ही अपने काम पूरे कर वापस लौट आएं। लेकिन नाइट लैंडिंग शुरू न हो पाना इसमें रोड़ा बना हुआ है। शहर के व्यवसायी इस काम में लगातार हो रही देर से निराश हैं। उनका कहना है कि केंद्र और राज्य दोनों को जुटकर इस काम में तेजी लानी चाहिए। अन्यथा यह काम लगातार पिछड़ते जाएगा और शहर का विकास भी। लोग हवाई सुविधा के लिए तरसते रहेंगे।