मुंह से निकलेगी चिंगारी, फूटेंगे 300 बम रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद और शूर्पणखा के पुतलों को तैयार करने वाले कारीगर इस्लामुद्दीन का कहना है कि धरणीधर खेल मैदान दशहरा महोत्सव स्थल पर ऊंचे धोरे पर शूर्पणखा के पुतले का दहन होगा। करीब 20 लंबा शूर्पणखा का पुतला बनाया जा रहा है। दशहरा के दिन शूर्पणखा के पुतले के दहन के दौरान उसके मुंह से चिंगारियां निकलेगी। पुतले में 300 बम लगाए जा रहे है। इनकी आवाज हर किसी को रोमांचित करेंगी। ऊंचे धोरे पर ही शूर्पणखा का दहन होगा।
रिमोट से दहन, सीने में चलेगी चकरी धरणीधर खेल मैदान में होने वाले दशहरा महोत्सव के लिए 85 फीट ऊंचे रावण, 75-75 फीट ऊंचे कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों को तैयार किया जा रहा है। 15 गुणा 30 फीट आकार की रावण की लंका तैयार की जा रही है। पुतलों के दहन के दौरान रावण के पुतले का दहन रिमोट सिस्टम से होगा। पहले जलेगा, फिर रूकेगा व फिर से अपने आप जलना शुरू हो जाएगा। मुंह से चिंगारियां निकलेगी। सीने पर चकरी चलेगी।
विभिन्न व्यवस्थाओं की जिम्मेदारियां सौंपी श्री धरणीधर दशहरा कमेटी की बैठक अध्यक्ष देवकिशन चांडक की अध्यक्षता में हुई। बैठक में दशहरा महोत्सव की विभिन्न व्यवस्थाओं की जिम्मेदारियां कार्यकर्ताओं को सौंपी गई। कार्यक्रम समन्वयक आनंद जोशी के अनुसार महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होगी। बैठक में दर्शकों के बैठने, ध्वनि, सजावट, जल,मंच, पार्किंग,सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित विभिन्न व्यवस्थाओं की जिम्मेदारियां पदाधिकारियों व सदस्यों को सौंपी गई। कमेटी से जुड़े दुर्गा शंकर आचार्य के अनुसार रावण के पुतले के दहन से पहले 108 हनुमान चालीसा पाठ होंगे। शस्त्र पूजन भी होगा। कमेटी के सरंक्षक एवं संयोजक राजेश चूरा ने सामुदायिक भागीदारी के लिए अपील की। बैठक में नरेश आचार्य, किशोर आचार्य, जितेन्द्र आचार्य,जगमोहन आचार्य आदि ने महोत्सव आयोजन की तैयारियों पर सुझाव रखे।