बता दें कि 2009 लोकसभा चुनाव में नगीना सुरक्षित सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी यशवीर धोबी ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बसपा के आरके सिंह को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा के यशवीर धोबी को भाजपा सांसद डॉ. यशवंत सिंह के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। बता दें कि परिसीमन के बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में नगीना सुरक्षित सीट बन गर्इ थी। अब सपा-बसपा गठबंधन के बाद यह सीट बसपा के खाते में आर्इ है।
उल्लेखनीय है कि नगीना सीट बसपा के खाते में आते ही यशवीर ने समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ भाजपा ज्वाइन कर ली थी। गठबंधन के बाद यशवीर को समाजवादी पार्टी से टिकट मिलना मुमकिन नहीं था। यही वजह है कि यशवीर धोबी अब भाजपा में अपनी संभावना तलाश रहे हैं। सूत्रों कहते हैं कि भाजपा नगीना लोकसभा सुरक्षित सीट से सांसद डाॅ. यशवंत सिंह का टिकट काटकर यशवीर धोबी को चुनाव मैदान में उतार सकती है। ज्ञात हो कि 2 अप्रैल 2018 को दलित आरक्षण आंदोलन के समय डाॅ. यशवंत सिंह ने बगावती तेवर दिखाए थे। यही वजह है कि उनके स्थान पर यशवीर को टिकट देने की अटकलें लगार्इ जा रही हैं।