100 बसों की हालत हो चुकी है खस्ता
बीसीएलएल अभी शहर में 225 लो फ्लोर बसें संचालित करने का दावा कर रहा है। इनमें से 100 तकनीकी खराबी और कंडम होने से डिपो से बाहर ही नहीं आ पातीं। ये बसें दुर्गम्मा, कैपिटल एवं भल्लारदेव प्राइवेट ऑपरेटर संचालित कर रहे हैं। केंद्र एवं राज्य शासन से वित्तीय मदद लेकर जल्द ही 300 नई बसें खरीदी जानी हैं। इनका संचालन पास के जिलों तक होगा। बीसीएलएल आशंकित है कि आसपास के जिलों के रूट पर भी संचालित वैध-अवैध परिवहन की वजह से उसे घाटा न उठाना पड़े।
15 हजार यात्रियों को मिलेगी राहत
नई 300 बसों में हर में 50 यात्रियों को सफर करने की सुविधा मिलेगी। रोज 15 हजार यात्री पास के जिलों से भोपाल आते-जाते हैंं। इनका किराया दूरी के हिसाब से तय होना है। टिकट टैरिफ प्रस्ताव को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल
भोपाल। भोपाल से सांची तक बनाए गए नेशनल हाईवे-86 का निर्माण पूरा भी नहीं हुआ और ठेकेदार ने सेहतगंज के पास टोल बैरियर बनाकर पांच फरवरी से वाहनों से वसूली शुरू कर दी है। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को टोल नाके पर प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस नेता विकाश शर्मा, रूपेश तंतवार का कहना है कि ये वसूली नाजायज है। सोम डिस्टलरी को लाभ देने के लिए नाका उससे दूर बनाया गया है, ताकि उसके वाहन बिना टोल गुजर सकें। बस चालक मो. नासिर खां, इलयास खां, गोविंद कुशवाहा का कहना है कि दस साल में हुए हमारे नुकसान की भरपाई कौन करेगा। सडक़ बनी नहीं और टोल पर वसूली शुरू कर दी।
विवेक जायसवाल, सीजीएम एनएचएआई