पार्षद ने खाद्य अफसरों को फोन किया तो फूड इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे- इस बात की शिकायत स्थानीय रहवासियों ने दुकानदार से की तो वह माना नहीं। इसके बाद कुछ लोग स्थानीय पार्षद बृजला सचान के पास पहुंचे। पार्षद ने मौके पर जाकर खाद्य अफसरों को फोन किया तो फूड इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे। इसके बाद ही दुकानदार ने गेहूं वापस किया। अन्य बोरों की जब जांच की गई तो उनमें साफ गेहूं था।
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रताप सिंह को दुकान की जांच करने के निर्देश दिए गए – इस संबंध में जिला आपूर्ति नियंत्रक ज्योति शाह नरवरिया का कहना है कि नागरिक आपूर्ति निगम से बोरियों में पैक होकर गेहूं आता है. अगर कहीं खराब क्वालिटी का गेहूं आ गया है तो उसे बदल दिया जाएगा। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रताप सिंह को दुकान की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
लोगों का कहना है कि दुकानदार अपने स्तर पर गेहूं या चावल को बदलता नहीं – इधर यहां के उपभोक्ताओं और लोगों का कहना है कि दुकानदार अपने स्तर पर गेहूं या चावल को बदलता नहीं है। ऐसे मेें दुकानदार से कई बार विवाद भी हो चुका है। इसके बाद भी वह अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है.