भोपाल। इस वर्ष सावन को बहुत खास माना जा रहा है, क्योंकि इस बार के सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। ज्योतिषों व पंडितों के अनुसार इसे शुभ संकेत माना जाता है। वहीं सावन में ही
रक्षाबंधन का त्योहार भी आता है।
इस साल
रक्षाबंधन 7 अगस्त को मनाया जाएगा, लेकिन सावन के शुभ संकेत होने के बाद भी
रक्षाबंधन पर पर ग्रहों का प्रकोप बना हुआ है। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इसके चलते 7 अगस्त को सुबह 11.07 बजे से लेकर दोपहर 1.50 बजे तक ही रक्षासूत्र बांधने के लिए उचित समय है, उसके बाद शुभ समय नहीं रहेगा।
पंडित शर्मा के अनुसार रक्षा बंधन के दिन ही चंद्र ग्रहण भी होगा जो रात्रि 10:52 से शुरू होकर 12:22 तक रहेगा। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक लग जाएगा इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा। वहीं जानकारों के अनुसार चंद्र ग्रहण भारत के अलावा एशिया के अधिकांश देशों, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय देशों, दक्षिण अफ्रीका आदि स्थानों पर देखा जा सकेगा।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सावन में इस प्रकार का संयोग दशकों बाद बना है। इस बार सावन का महीना अनंत गुना पुण्य देने वाला है। मान्यता है कि इस महीने में किया गया दान-पुण्य एवं पूजन समस्त ज्योर्तिलिंगों के दर्शन के समान फल देने वाला होता है।
शिवजी के रुद्र रूप की पूजा के लिए आप शिवलिंग का काले तिलों से स्नान करा कर अखंड ज्योति भी जला सकते हैं। इस माह में भगवान भोले शंकर को दूध, पंचगव्य, बेल पत्र, धतूरा, भांग आदि भी चढ़ाया जाता है।
हिंदी फिल्मों में
रक्षाबंधन के कई प्रसिद्ध गीत हैं! राखी के लिए ये गाने पुरानी फिल्मों से हैं, फिर भी वे अपने अद्भुत और भावपूर्ण शब्दों के कारण वर्तमान समय में भी अपना आकर्षण बनाए हुए हैं।
राखी गाने के गीत…
बेहान ने भाई की कलाई पर- रेशम की डोरी
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना – छोटी बहन
ये राखी बंधन है ऐसा- बेइमान
रंग बिरंगी राखी लेकर-अनपढ़
मेरे भैया मेरे चंदा- काजल
फूलों का तारों का – हरे राम हरे कृष्ण
चंद रेरे भैया – चंबल की कसम