जानकारी के अनुसार, कंपनियों ने 3.2 फीसदी टैरिफ बढ़ाने याचिका दायर की गई है। एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से ये याचिका लगाई गई है। मध्य प्रदेश विद्युत विनियामक आयोग के पास याचिका दायर की गई है। आपको बता दें कि, दायर चाचिका में बिजली कंपनियों द्वारा 1500 करोड़ रुपए के घाटे का हवाला देकर टैरिफ बढ़ाने की मांग की है। ऐसे में अगर बिजली कंपनियों की याचिका मंजूर होते है तो बिजली के टैरिफ में एक बार फिर बढ़ोतरी हो जाएगी।
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6 दिसंबर को सुनवाई
आपको बता दें कि, पिछली बार जुलाई के महीने में ही बिजली का टैरिफ बढ़ाया गया था। हर तीन महीने में बिजली कंपनियां फ्यूल कॉस्ट का निर्धारण नियामक आयोग से करवाती है। हालांकि, इस बार दायर की गई याचिका को लेकर 6 दिसंबर 2022 को सुनवाई होनी है।
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कंपनी के मिस मैनेजमेंट का खामियाजा जतना को भुगतना पड़ रहा है- जानकार
जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी टैरिफ बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए जुटाने का टारगेट रखा है। टैरिफ बढ़ने के बाद प्रति यूनिट करीब 25 पैसे बिजली महंगी हो जाएगी। हालांकि, बिजली मामलों के जानकारों की मानें तो कंपनी को अपनी फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने की जरूरत है। कंपनी के मिस मैनेजमेंट का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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