आपको बता दें कि, गाड़ी नंबर 12486 श्रीगंगानगर-नांदेड़ एक्सप्रेस के कोच बी-1 में 42 वर्षीय यात्री गोपाल भुताला, निवासी मालेगाव, जिला वाशिम, महाराष्ट्र का रहने वाला अपने परिजन के साथ रेल यात्रा कर रहे थे। गोपाल भोपाल स्टेशन पर पीने के लिए पानी की बोतल लेने प्लेटफार्म नंबर एक पर उतरे थे। जब तक उन्होंने प्लेटफार्म से बॉटल खरीदी। ट्रेन प्लेटफार्म से रवाना होने के लिए चल पड़ी। इसी वजह से गोपाल आनन फानन में दौड़ लगाते हुए चलती ट्रेन में चढ़ने लगे। लेकिन, इसी बीच उनका नियंत्रण बिगड़ा और देखते ही देखते वो जमीन पर आ गिरे। इस दौरान उनके हाथ में मौजूद बॉटल भी छूटकर पटरियों के बीच जा गिरी।
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जिस किसी ने भी घटना को देखा, वो रह गया दंग
गनीमत रही कि, सामने से गुजर रहे आरपीएफ आरक्षक जेपी कटारे ने तुरंत दौड़ लगाकर गोपाल को पकड़कर अपनी और खींच लिया, जिससे किसी अनहोनी से पलभर पहले ही उसे टाला जा सका। जवान की सूझबूझ की वजह से आज गोपाल एक बार फिर ट्रेन में अपने परिवार के साथ बैठकर यात्रा पर जा सके। प्लेटफार्म पर मौजूद घटना को अपनी आंखों से देखने वाले लोग जेपी कटारे को गोपाल के लिए किसी फरिश्ते के समान मान रहे हैं। वहीं, गोपाल के परिवार वालों ने भी जेपी कटारे के साहस की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया।
अपने परिवार के साथ दौबार सफर पर रवाना हुआ गोपाल
आरक्षक ने तत्परता नहीं दिखाई होती तो यात्री की जान चली जाती। यात्री को कोई चोट नहीं आई। बाद में सहयात्रियों द्वारा चेन पुलिंग कर गाड़ी को रोका गया, उक्त यात्री को उसके बर्थ पर बैठा कर सुरक्षित ट्रेन से उसे रवाना कर दिया गया। साथ ही घटना में यात्री के जेब से भी 12 हजार रुपए प्लेटफार्म से नीचे गिर गए थे, जिन्हें यात्री को वापस दिए गए। इस तरह आरक्षक की सतर्कता से गोपाल एक बार फिर अपने परिवार के साथ आगे के सफर पर सकुशल बढ़ सका।