बता दें कि, बैरसिया थाना इलाके के ग्राम पंचायत में हमीदखेड़ी से जिस लड़की को अगवा किया गया उसके मायके के लोग गांव से दूर खेत पर रहते हैं। थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, 20 मार्च की रात करीब 1 बजे अचानक एक बोलेराे घर के बाहर आकर रुकी और उसमें से 3-4 आदमी निकले, जब महिला ने दरवाजा खोला तो इन्होंने लड़की ही नहीं, उसकी मां को भी जबरन कार में बैठाकर गंजबासौदा ले गए, हालांकि रिश्तेदारों के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों ने मां को तो छोड़ दिया, लेकिन लड़की को छोड़ने से इंकार कर दिया।
इधर, आरोपी के चंगुल से छूटकर निकली मां ने घर लौटते ही अपने बेटे के साथ मिलकर आरोपी के चंगुल से बेटी को छुड़ाने की गुहार लगाई। हालांकि, शिकायत के तीन दिन बाद पुलिस सक्रिय हुई लड़की को लेने निकली, लेकिन आरोपी के घर पहुंचकर पुलिस को मालूम हुआ कि, आरोपी लड़का और लड़की घर पर ही नहीं है। इसके बाद पुलिस वापस लौट आई, तब लड़की के भाई भूपेंद्र ने थाने में 26 मार्च को दोबारा शिकायत की और उस लेटर को ट्वीट करके गृहमंत्री और डीजीपी को भी टैग किया। मामला गृहमंत्री के संज्ञान में जाते ही 27 मार्च को पुलिस एक बार फिर सक्रिय हुई और कई संदिग्ध इलाकों में छापामारी कर लड़की को ढूंढकर थाने ले आई। यहां पुलिस ने युवती से बयान दर्ज कराए।
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युवती बोली- मैं आरोपी की तीसरी पत्नी, सुहागरात पर पता चला तो भाग आई थी घर
युवती ने पुलिस में दर्ज कराए बयान के अनुसार, 14 जून 2022 को उसकी शादी गंजबासौदा में रहने वाले दीपक से हुई थी, जब शादी करके मैं ससुराल पहुंची तो पता चला कि, मेरी जिस शख्स से शादी हुई है, दरअसल मैं उसकी तीसरी पत्नी हूं। ये बात मुझसे कतई बर्दाश्त नहीं हुई और में अपने घर वापस आ गई। आकर घटनाक्रम अपने घर वालों को बताया। हालांकि, मेरे पिता ने समाज और रिश्तेदारों के डर से मुझे समझौता करने की नसीहत दी, लेकिन मैं उनकी बात पर राजी नहीं हुई। मेरे इस फैसले पर मां मेरे साथ थी। जब समझौता नहीं हुआ तो दीपक नाराज हो गया और अक्टूबर 2022 में दल-बल के साथ मुझे लेने आया, लेकिन तब मैंने डायल 100 बुलाकर खुद को बचा लिया। अब इस बार दीपक रात के अंधेरे में घर आया और मेरे साथ मेरी मां को भी उठाकर अपने सा घर ले गया। हालांकि, वहां रिश्तेदारों की समझाइश पर उसने मां तो छोड़ दिया लेकिन, मुझे अगवा किये रहा। लेकिन, फिर भी पुलिस ने सक्रीयता दिखाते हुए मुझे बचा लिया। फिलहाल, दीपक और उसके अपहरणकर्ता साथीं पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।