प्रदेश सरकार ने सभी कलेक्टरों, जिला चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किये हैं। साथ ही, भविष्य में भी ऐसे फर्जी डॉक्टरों पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए जरूरी कार्रवाई की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।
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अब झोलाछाप चिकित्सकों के संस्थानों पर तत्काल प्रतिबंधित किया जाएगा। कलेक्टर और सीएमएचओ को ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों के बारे में बताए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही उन्हें ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर सरकारी सुविधाओं के बारे में जानकारी देनी होगी। इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों में प्रशासन की ओर से चिकित्सकों के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही गई है।
इसलिए सरकार हुई सख्त
गौरतलब है कि, प्रदेश के अधिकतर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं। ये फर्जी डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर लोगों की जान से खिलवाड़ करते हैं। इसके कई मामले लगातार सामने आते रहे हैं। इन्हीं कारणों को मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।