त्योहार पर आम लोग सोना चांदी की खरीदारी करते है। ऐसे में ज्वेलर्स के यहां पूरी राशि देने के बाद भी सोना चांदी पूरी मात्रा में नहीं मिलता है। इसके बाद ही पहली बार नापतौल विभाग ने जांच अभियान चलाया। विशेष जांच अभियान में सराफा व्यापारियों का आकस्मिक निरीक्षण कर उनके द्वारा उपयोग में लाए जा रहे नाप-तौल कांटों की जांच की गई। नापतौल विभाग के नियंत्रक कैलाश बुंदेला ने बताया कि त्योहार को देखते हुए ज्वेलर्स के यहां तौल कांटों की जांच की गई है। इनके तौल कांटों पर नापतौल विभाग की सील नहीं थी, सत्यापन भी नहीं था जो कि हर साल कराना चाहिए।
आप भी रहें सतर्क दिवाली के मौके पर बड़ी संख्या में लोग ज्वेलरी की खरीदारी करते हैं। धनतेरस और पुष्यनक्षत्र में आम लोग ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करते हैं। ज्यादा भीड़ होने की वजह से लोग ध्यान नहीं देते और ज्वेलर्स इसका फायदा उठाते हैं। कम तोलकर ग्राहकों को चूना लगा देते हैं। इसके अलावा हालमार्क वाली ज्वेलरी पर भी जरूर गौर करें। सरकार के नियमानुसार अब हालमार्क ज्वेलरी देना अनिवार्य है। सोने-चांदी के ताजा भाव का भी अवलोकन करके जाएं। कहीं आपसे ज्वेलर्स ज्यादा दाम नहीं ले लें। यदि कोई आपसे ज्यादा दाम लेता है तो उसके लिए शिकायत का भी प्रावधान सरकार ने किया है।