पहले चरण में 30 किमी की कुल दो लाइन बनना है और इसमें से 14 किमी से अधिक गोविंदपुरा विधानसभा में ही बनेगी। पहले चरण में पर्पल कॉरीडोर 16.74 किमी का है, जबकि रेड कॉरीडोर 14.21 किमी का बनेगा। इसमे 3.39 किमी भूमिगत लाइन होगी, जबकि 13.35 किमी एलिवेटेड यानि जमीन से उपर पीलर पर बनाई लाइन होगी। रेड कॉरीडोर में 14 स्टेशन रहेंगे, जबकि पर्पल में 16 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें किराया वसूली का ऑटोमेटिक सिस्टम होगा। विज्ञापन और स्टेशन की दुकान आय का बड़ा जरिया रहेंगे।
मुख्यमंत्री बोले, जल्द आएगा भोपाल मास्टर प्लान
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहन ने कहा, भोपाल का मास्टर प्लान तैयार है। जल्द ही इसे जनता के सामने लेकर आएंगे। भोपाल का विकास को सही दिशा दी जा रही है। गौरतलब है कि मास्टर प्लान ड्राफ्ट 2031 बनकर तैयार है, लेकिन उसे लागू नहीं किया जा रहा। अब मुख्यमंत्री जल्दी ही प्लान लागू करने की बात कह रहे हैं।
– हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रखा है। इससे शहर की पहचान बदली है। नवाबों के अलावा भी शहर का इतिहास है, ये पता चला है।
– लोगों को मेट्रो को सफेद हाथी बताया था, लेकिन मुझे विश्वास है कि मेट्रो भोपाल में सफल होगी।
– मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से पांच से सात हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
– विधायक रामेश्वर शर्मा से कहा, बैरागढ़ में भी मेट्रो बनवाएंगे।
– शहर को स्लम मुक्त करने की बात कही, लेकिन अफसरों से कहा, झुग्गी- गुमठी वालों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाएं।
– माफियाओं को तबाह करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन को कहा है।
सावरकर ब्रिज पर अलसुबह गमले तोडक़र पौधे ले जाने वालों से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान काफी नाराज है। चौहान ने मेट्रो स्टेशन भूमिपूजन कार्यक्रम में इस घटना पर बेहद आपत्ति जताई। यहीं से पुलिस को निर्देश दिए कि दोषियों को हर हाल में सामने लाएं और उन्हें कड़ी सजा दें, ताकि ऐसी घटनाएं न हो। गौरतलब है कि दो दिन पहले ब्रिज के सेंटरवर्ज पर सुंदरता बढ़ाने रखे गमले असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिए। इसपर पत्रिका ने विस्तृत खबर प्रकाशित की थी।
– कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे।
– सब्सिडी में बिजली मिल रही है, इसका जरूरत पर ही उपयोग करेंगे।
– जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और शहर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ ही ऐसे कामों को बचाने का काम करेंगे।
– अपने जन्मदिन, सालगिरह पर पौधा रोपेंगे।
मेट्रो ट्रेन के सुभाष नगर में प्रस्तावित मेट्रो डिपो का काम करने एजेंसी तय कर दी है। जनवरी 2022 में डिपो का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। यहीं मेट्रो रेल के कोच का रखरखाव भी होगा। इसके साथ ही सिग्रलिंग सिस्टम स्थापित करने के लिए भी एजेंसी तय की जा रही है।