पंचायत ने समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित कर उनके तत्काल निराकरण की मांग की। वर्तमान में बैरागढ़ रेलवे स्टेशन पर जयपुर चैन्नई, जबलपुर सोमनाथ, माल्वा एक्सप्रेस सहित अनेक सुपर फास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज है, लेकिन प्लेट फार्म एक और दो पर कोच गाइडेंस की कोई सुविधा नहीं है। जब ट्रेन आती है, तब यात्री अपना कोच ढूंढने के लिए प्लेटफार्म पर भागा दौड़ी करते देखे जाते हैं चूंकि यहां किसी भी ट्रेन का स्टापेज दो मिनिट से अधिक नहीं है, ऐसे में कोच ढूंढने में कई बार ट्रेन मिस हो जाती है इसलिए तत्काल दोनों प्लेटफार्म पर कोच गाइडेंस की स्थापना की जाए।
16 ट्रेनों का हो स्टापेज
बैरागढ़ रेलवे स्टेशन पर ल बी दूरी की 16 ट्रेनों का स्टापेज नहीं है। इन सभी ट्रेनों का स्टापेज बैरागढ़ स्टेशन पर किया जाए। भोपाल रेलवे स्टेशन पर जगह की कमी है जबकि बैरागढ़ रेलवे स्टेशन पर काफी जमीन रिक्त पड़ी है इसलिए बैरागढ़ रेलवे स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाए और यहां से नई ट्रेनों को प्रारंभ किया जाए साथ ही यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जाए। ज्ञापन सौंपन वालों में पंचायत संस्थापक नानक चंदनानी, अध्यक्ष एनडी खेमचंदानी, उपाध्यक्ष वासदेव वाधवानी एवं महासचिव सुरेश जसवानी आदि शामिल थे। वहीं स्कूली बच्चों का कहना है बैरागढ़ स्टेश से लंबी दूरी की कम ट्रेने रूकती है। जिससे दूर सेंटर में परीक्षा देने के लिए पहले भोपाल आना पड़ता है। हालांकि बैरागढ़ के लोगों ने कुछ ट्रेनो का स्टाप बैरागढ़ करवाने की मांग की है। जिसके बाद भी अब तर मांग पूरी नहीं हुई है। रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्दी रहवासियों की मांगें पूरी की जाएंगी।