जांच अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि, बजरिया थाना इलाके में रहने वाले 33 वर्षीय योगेन्द्र मौर्य पुत्र ओमप्रकाश रेलवे में क्लर्क है। मौर्य ने जीआरपी के हेड कांस्टेबल केदार शिवहरे से एक लाख 25 हजार रुपए 10 फीसदी ब्याज पर एक साल पहले लिए थे। इसके अलावा उन्होंने विक्रम कुशवाह से 40 हजार रुपए, कमला उर्फ गुड्डू से 25 हजार, कल्लू कुचबंदिया से डेढ़ लाख सहित राजा से भी राशि उधार ली थी। पीडि़त ने आरोप लगाया कि, वह उधार ली गई रकम से कहीं अधिक दे चुका है, लेकिन सूदखोर न केवल उससे लगातार रुपए मांगे जा रहे थे बल्कि उसे प्रताडि़त भी कर रहे थे।
सूदखोर बुरी नजर रखता है पिपलानी के अभिनव कैम्पस निवासी रेखा पान पाटिल (36) पति कैलाश पान पाटिल ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने सूदखोर, रमेश चांदवानी से रुपए उधार लिए थे। रमेश न केवल कई गुना राशि वसूल चुका था बल्कि वसूली के नाम पर घर आकर बुरी नियत से हाथ तक पकड़ लेता था। महिला ने आरोप लगाया कि सूदखोर रमेश ने अन्य तीन महिलाओं को भी रुपए उधार दिए हैं और वह उन बुरी नजर रखता है। घर आकर बुरी नियत से हाथ तक पकड़ लेता है।