भोपाल। मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों की भर्ती का काम शुरू हो गया है। अब उन्हें संविदा शिक्षकों की तरह ही वेतन दिया जाएगा। इसके चलते एमपी के करीब अतिथि शिक्षकों का वेतन पूर्व से करीब दोगुना हो जाएगा।
सूत्रों के अनुसार अतिथि शिक्षकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी के तहत राज्य सरकार ने अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना कर भर्ती की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जानकारों की मानें तो सरकार द्वारा पास ऐसे प्रस्ताव को पास कर दिए जाने पर इनका वेतन संविदा शिक्षकों के समान यानि तकरीबन दोगुना तक हो जाएगा।
जल्द ही होंगी नई भर्ती…
माना जा रहा है कि संविदा शिक्षकों की भर्ती तब तक टाली जाएगी, जब तक कि 2018 में चुनाव नहीं आ जाते। वहीं अतिथि शिक्षकों की आॅनलाइन परीक्षा के बाद भर्ती की जाएगी। साथ ही इसके फॉर्म व्यापम की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकेंगे।
सूत्रों का यह भी कहना है कि शिक्षकों की कमी को देखते हुए अतिथि शिक्षकों की सरकार द्वारा जल्द ही भर्ती भी की जा सकती है।
ऐसी रह सकती है भर्ती प्रक्रिया
आवेदक भर्ती के समय दी गई वेबसाइड पर जाकर पहले अपना रजिस्ट्रेशन कर अपना आवेदन भरेंगे। यहां एक आवेदक अधिकतम 3 विद्यालयों के लिये आवेदन कर सकता है ।
आवेदन करने के उपरांत आवेदक को तत्काल ही आवेदन क्रमांक प्राप्त होगा साथ ही इस संबंध में एक मैसेज आवेदक द्वारा दिए मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। आवेदन के बाद आवेदक को किए गए आवेदन का प्रिंट निकालना होगा। वहीं आवेदन को एक बार सबमिट करने के बाद उसमें किसी भी प्रकार का संसोधन नहीं किया जा सकेगा ।
आवेदक द्वारा आवेदन करने के उपरांत यह आवेदन संबंधित विद्यालय के अकाउंट में जाएगा। सभी विद्यालय के प्रिंसिपल/प्रभारी प्रिंसिपल का अकॉउंट होंगे,जिनकी जानकारी उन्हें प्रशिक्षण के दौरान दी जाएगी। यहां प्रिंसिपल को अपने लॉगिन पर वर्ग अनुसार,विषय अनुसार आवेदनों की सूची प्राप्त होगी। और दस्तावेजों के परिक्षण के लिए निर्धारित तिथि में आवेदक सम्बंधित विद्यालय में उपस्थित होगा। और सम्बंधित प्रिंसिपल/प्रभारी प्रिंसिपल से दस्तावेज का परीक्षण करवाएगा ।
दस्तावेज परिक्षण में उपस्थित होते समय आवेदक जमा किए गए फॉर्म का प्रिंट जिसमें आवेदक की फोटो चस्पा की गई हो अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करेगा। साथ ही पहचान प्रमाण के लिए अपनी ओरिजिनल पहचान पत्र भी प्रस्तुत करेगा। साथ ही दस्तावेज के परिक्षण के लिए प्रिंसिपल लॉगिन पर सम्बंधित आवेदक का पूरा फॉर्म रीड आॅनली मोड पर उपलब्ध रहेगा,जिसका मिलान आवेदक द्वारा दिए गए फॉर्म से करना होगा।
यहां परिक्षण के दौरान प्रिंसिपल के पास 2 विकल्प अप्रूव व रिजेक्ट उपलब्ध होंगे। साथ ही एक कमेंट बॉक्स भी उपलब्ध होगा। जिसमें अप्रूव या रिजेक्ट का कारण लिखना होगा । जबकि दस्तावेज परिक्षण के बाद निर्धारित तिथि पर वरिष्ठता सूची का ऑनलाइन प्रकाशन किया जाएगा। जिसके अनुसार ही अतिथि शिक्षकों का चयन किया जाएगा। साथ ही वरिष्ठता सूची के ऑनलाइन प्रकाशन के बाद दावे आपत्ति भी ऑनलाइन प्राप्त किए जाएंगे। जिनका ऑनलाइन ही निराकरण दर्ज किया जाएगा ।
दोगुना वेतन भी नाकाफी
प्रदेश में एक तरफ शासकीय कर्मचारियों को सातवां वेतनमान का लाभ दिया जा रहा है। एक कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक को जुलाई माह से बड़ा हुआ वेतन दिया जाएगा। ऐसे में प्रदेश के करीब 60 हजार अतिथि शिक्षकों को फिलहाल 2400 रुपए में ही अपने और परिवार का भरण पोषण करना पड़ रहा है। अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना करना भी नाकाफी है। क्योंकि जब मध्यप्रदेश सरकार के एक छोटे से कर्मचारी को 25 हजार से अधिक सैलरी मिलती है तो पांच हजार रुपए में एक परिवार का घर खर्च चलाना काफी मुश्किल है।
फैक्ट फाइल…
1. अतिथि शिक्षकों का वेतन दोगुना करने पर राज्य सरकार पर करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए का आर्थिक भार पड़ेगा।
2. संविदा शिक्षक वर्ग-2 के स्थान पर पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षक को 3600 रुपए के स्थान पर सात हजार रुपए मिलेंगे।
3. संविदा शिक्षक वर्ग-1 के स्थान पर पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 4320 के जगह पर नौ हजार रुपए मानदेय मिलेगा।
4. वर्तमान में अतिथि शिक्षकों को दिन के हिसाब से 100, 150 और 180 रुपए दिए जाते हैं। इनकी माह में 24 दिन से अधिक हाजिरी नहीं होती है। कई बार तो छुट्टियां ज्यादा होने से भी कम राशि बनती है।
वर्षों बाद आगे बढ़ी बात…
पिछले दस सालों से शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को सात साल बाद आंशिक सफलता मिली है। वे अपनी मांगों के लिए शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक से कई बार मांग कर चुके हैं।
अंततः सरकार ने मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इधर स्कूल शिक्षा विभाग के बारे में चर्चा करते हुए मंत्री विजय शाह ने विधानसभा में मानदेय बढ़ाने की घोषणा कर दी थी। इधर, स्कूल शिक्षा विभाग की सचिव दीप्ति गौड़ मुकर्जी कहती हैं कि अतिथि शिक्षकों के लिए जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।