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कुछ लोगों ने गुरुवार रात 12 बजे कुछ देर के लिए साइट ओपन होने पर स्लॉट बुक किए थे, लेकिन दोपहर बाद तो अगले दिन के भी स्लॉट नहीं बचे। लोगों का मानना है कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ी है, जब तक लोग इन एप को खोले बैठे रहते हैं, स्लॉट समय और बुकिंग का ऑप्शन नहीं खुलता। थोड़ी देर बाद अचानक से सभी स्लॉट भरे दिखते हैं, वो भी हजारों की संख्या में। 45 प्लस के लोग अब सेंटर पर ही जाकर अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं, लेकिन 84 दिन होने पर ही एप उसे स्वीकार करेगा।
कोलार निवासी अनुप्रिया ने बताया कि व्हाट्ऐप पर मैसेज आया था, जिसमें स्लॉट खुलने का समय था। अपना रजिस्ट्रेशन काफी पहले से करा रखा था, मैसेज में बताए गए समय पर ऐप खोला तो कोलार में ही सेंटर पर स्लॉट मिल गया, जबकि जो लोग ऐप खोलकर दिन भर बैठे रहते हैं, उनको स्लॉट नहीं मिल रहे। ये परेशानी सिर्फ 18 प्लस के स्लॉट से संबंधित लोगों को हो रही है।
45 प्लस के लिए ये तय किया गया लक्ष्य
शुक्रवार के लिए 45 प्लस के लिए एसडीएम स्तर पर 500 वैक्सीन, जोन स्तर पर 200 और स्कूलों में बनाए गए सेंटरों पर 200-200 वैक्सीन उपलब्ध कराईं गईं हैं। लेकिन 84 दिन लोगों द्वारा पूरे न होने से भीड़ ही नहीं है।
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18 प्लस आयु वर्ग के लिए तय लक्ष्य
भोपाल शुक्रवार के लिए 18 प्लस सेंटरों पर वैक्सीनेशन लिए 61 सेंटर बनाए गए हैं। इसमें से किसी सेंटर पर 250 तो किसी पर 200 टीके उपलब्ध कराए गए। पहले से सेंटरों की संख्या काफी बढ़ी है।
84 दिन के अंतर के चलते कम हुई भीड़
गुरुकुलम स्कूल वैक्सीनेशन सेंटर, प्रभारी वाइपी सिंह ने बताया कि हमारे सेंटर पर 18 प्लस के टीके लग रहे हैं, लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन और स्लॉट के टीका नहीं लगा सकते। बुकिंग जरूरी है। आंगनबाड़ी केंद्र बागमुगालिया वैक्सीनेशन सेंटर, प्रभारी, डॉ. स्मिता लाड ने बताया कि हमारा सेंटर 45 प्लस वालों के लिए है। सेंटर पर ही रजिस्ट्रेशन कराने के बाद वैक्सीन लगा रहे हैं। 84 दिन के कारण भीड़ काफी कम हो गई है।