READ: पुलिस से डरेे नहीं बच्चे, बताए मन की बात 16 वर्षीय पीडि़ता ने बुधवार दोपहर परिजनों के साथ बाल समिति अध्यक्ष सुमन त्रिवेदी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी। पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद बागोर थाने में मामला दर्ज कराया था। परिवादी ने आरोप लगाया था कि 26 सितम्बर सुबह स्कूल गई थी। तबीयत बिगडऩे पर शिक्षक से छुट्टी मांग कर घर आ गई। तबीयत में सुधार के बाद फिर दस बजे स्कूल रवाना हुई कि गांव के बाहर तीनों आरोपित मिले। तीनों ने बाइक से स्कूल छोडऩे की बात कही। रास्ते में उसके साथ चाकू से धमका कर सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद पीडि़ता जैसे-तैसे घर पहुंची और परिजनों को आपबीती बताई। गौरतलब है कि बागौर थाना क्षेत्र की नाबालिग दलित छात्रा को स्कूल छोडऩे के बहाने तीन जने बाइक पर बिठाकर ले गए और चाकू से धमका कर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने बाल कल्याण समिति अध्यक्ष और एसपी से गुहार लगाई थी। उसके बाद बागोर पुलिस ने पॉक्सो अधिनियम में मामला दर्ज किया था।
READ: पशुपालन निगम में नौकरी के नाम पर हो रही ठगी संगठनों में आक्रोश, पीडि़त परिवार को दिलाओ सुरक्षाघटना को लेकर विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों में आक्रोश देखा गया। उन्होंने पीडि़ता को सुरक्षा दि लाते हुए दलित छात्र के साथ कृत्य करने वालों को गिरफ्तार की मांग की थी। इनमें बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष रामेश्वरलाल बैरवा, जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष (पश्चिम ब्लॉक) मुकेश खोईवाल, माणिक्यलाल राजकीय महाविद्यालय के संयुक्त सचिव रौनक हिंगड़, राष्ट्रीय वंचित लोक मंच के जिलाध्यक्ष विजेश बारेसा ने राष्ट्रपति और गृहमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा।