स्कूल इनोवेशन मैराथन में सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूल में अध्ययनर छठी से 12वीं तक के विद्यार्थी सामाजिक समस्याओं पर आधारित नवाचारी प्रोजेक्ट 30 नवंबर तक प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके लिए प्रत्येक स्कूल से पांच टीमों का गठन किया जाएगा। हर टीम सामाजिक समस्या की पहचान कर वर्किंग प्रोटोटाइप के रूप में समस्या का इनोवेटिव समाधान बताते अपने प्रोजेक्ट 13 नवंबर पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे।
शिक्षकों का होगा अहम रोल पोर्टल पर मार्गदर्शक शिक्षक का पंजीयन होगा। उसके बाद टीचर्स कोर्स करना होगा। कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थियों की पांच टीमों का गठन करेंगे। टीमों के गठन के बाद प्रत्येक टीम अपने लॉगिन आईडी पासवर्ड प्राप्त कर टीम का प्रत्येक सदस्य कोर्स कर सकेंगे। इसमें 24 वीडियो और 5 क्विज शामिल है। टीम सदस्य अपने इनोवेटिव प्रोजेक्ट से संबंधित फोटो, वीडियो सबमिट कर सकेंगे। सभी टीमों के सदस्यों व मार्ग दर्शक शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
श्रेष्ठ 500 टीमों का होगा चयन राष्ट्रीय युवा दिवस पर 12 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ 500 टीमों का चयन किया जाएगा। चयनित टीमों को प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए मार्च तक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। मई 2025 से स्कूल इनोवेटर कार्यक्रम शुरू होगा। चयनित 500 टीमों को प्रोजेक्ट का प्रदर्शन 29 जुलाई को करना होगा।
ऐसे होंगे आवेदन इनोवेशन मैराथन 2024 में आवेदन करने के लिए इच्छुक स्कूल और छात्र स्कूल इनोवेशन मैराथन की वेबसाइट पर जाकर अपना लॉगिन करें। अपनी आईडी बनाकर, प्रोजेक्ट की संपूर्ण जानकारी वेबसाइट पर अपलोड करें और उसे 30 नवंबर तक जमा करें। यह कार्यक्रम देशभर में छात्रों के बीच नवाचार की संस्कृति को विकसित करने और उनके विचारों को साकार करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
अच्छे प्रोजेक्ट्स को मिलेंगे पुरस्कार जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय योगेश पारीक ने बताया कि इस प्रतियोगिता में जमा किए जाने वाले प्रोजेक्ट्स का यूनिक और क्रिएटिव होना आवश्यक है। सबसे अच्छे प्रोजेक्ट्स को शिक्षा विभाग की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनके उज्ज्वल विचारों और नवाचारों के माध्यम से कौशल प्रदान करना, प्रशिक्षित करना, सहायता देना और उनके नवाचारों को उत्पाद, प्रौद्योगिकी या स्टार्टअप में बदलने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।