जिले में एक जून से 27 जुलाई तक 321.12 मिमी (12.8 इंच) औसत बारिश हो चुकी है। जबकि पिछले साल एक जनवरी से 27 जुलाई 2021 तक 234.35 मिमी (7.3 इंच) बारिश हुई थी। अभी आधा सावन बचा है। उम्मीद है कि इस बार जिले में औसत से अधिक बारिश होगी। बनास व कोठारी नदी के चलने से यह पानी सीधा बीसलपुर बांध पहुंच रहा है। जिले भर में तीन दिन से बरसात का मौसम बना हुआ है। रूक-रूक कर कभी तेज तो कभी मध्यम दर्जे की बरसात हो रही है।
भीलवाड़ा से बहता है जयपुर-अजमेर के लिए पानी-
बनास नदी अरावली की खमनोर पहाडिय़ों से निकलती है, जो कुम्भलगढ़ से पांच किमी दूर है। यह कुम्भलगढ़ से दक्षिण की ओर गोगुन्दा के पठार से प्रवाहित होती नाथद्वारा, राजसंमद, चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, टोंक जिले से सवाई माधोपुर में चम्बल से मिलती है। बनास पर टोडारायसिंह के निकट बीसलपुर बांध है, जिसमें अधिकांश पानी भीलवाड़ा जिले से होकर जाता है। खास बात है कि मांडलगढ़ का बांध भरने के बाद इसका पानी बनास में जाता है। बनास के दायी ओर के प्रमुख सहायक नदियों में बेड़च व मेनाल है। बायीं ओर की प्रमुख सहायक नदियों में कोठारी, मांसी, खारी, मोरेल, धुन्ध, ढील व डाई शामिल है। यह सभी नदियों का पानी बीसलपुर बांध में जाता है। बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर व टोंक जिले पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
चल रही है त्रिवेणी, बीसलपुर बांध की बंधी अब आस-
जिले में बरूंदनी गोवटा बांध छलकने के बाद इसका पानी अब त्रिवेणी नदी पहुंच रहा है। त्रिवेणी का गेज बढऩे के साथ बनास का पानी आगे बीसलपुर बांध में जा रहा है। बरसात का दौर जारी रहने त्रिवेणी का गेज स्थिर बना हुआ है। वर्तमान में बीसलपुर बांध का गेज लगभग 310.09 आरएल मीटर चल रहा है। अच्छी बरसात के बाद बीसलपुर बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है।
मांडलगढ़ में औसत से कम बरसात-
भीलवाड़ा का चेरापूंजी कहलाने वाले मांडलगढ़ में बारिश का औसत 863 मिमी है। हालांकि इस बार अब तक महज 216 मिमी बारिश हुई है। यहां की बारिश से जयपुर, अजमेर, टोंक आदि शहरों के बाशिंदों को पेयजल के रूप में फायदा मिलता है। यहां का पानी त्रिवेणी होता बनास नदी में जाता है। बनास से पानी बीसलपुर जाता है।
बम्पर फसल की की उम्मीद-
भीलवाड़ा जिले में लगातार अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिले हैं। जिले में अब तक 80 प्रतिशत से अधिक बुवाई हो चुकी है। कृषि विभाग को इस बार बम्पर उत्पादन की आस है। बांधों में भी पानी की आवक बनी हुई है।