राजस्थान के इस चमत्कारी सैपऊ महादेव मंदिर के इस सावन करें अनोखे दर्शन
18 फरवरी 2023 को उज्जैन से शक्करगढ़ हनुमत धाम लाए व इसी वर्ष 22 फरवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की। महंत जगदीश पुरी के अनुसार, पारद शिवलिंग में ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनों ही देव विद्यमान रहते हैं।
शिव पुराण के अनुसार सावन में पारद शिवलिंग की पूजा से सभी शिवलिंग की पूजा का फल मिलता है। श्री संकट हरण हनुमत धाम में हनुमान राम दरबार विग्रह, राधा-कृष्ण एवं पारदेश्वर महादेव की मूर्तियों के दर्शन एक साथ होते हैं।
राजस्थान के इस जिले में मराठों ने बनाए दो चमत्कारी शिव मंदिर, इन में से एक में होती है शंख और डमरू से आरती
संन्यासी ही बनाते हैं
जगदीश पुरी बताते हैं कि पारा एक तरल धातु है। इसे चांदी एवं औषधीय पदार्थों से मिलाकर ठोस रूप दिया जाता है। पारे से शिवलिंग बनाने का अधिकार सिर्फ सन्यासी संतों को ही होता है।