ओटीपी व फेस सिस्टम में पोषण ट्रैकर पर दर्ज गर्भवती, धात्री महिलाओं व 0 से 3 वर्ष के बच्चों का ई-केवाईसी व फोटो ली जाएगी। पोषाहार वितरण के समय दर्ज मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। इसे कार्यकर्ता को पोषाहार वितरण करते समय उस ओटीपी को अपने पोषण ट्रैकर पर दर्ज करना होगा। इसके बाद ही पोषाहार दिया जाएगा। इस बदलाव से पोषाहार वितरण में पारदर्शिता होगी और रियल टाइम मॉनिटरिंग भी सकेगी। इसके माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल पात्र लोगों को ही पोषाहार प्राप्त हो।
प्रशिक्षण जारी नया सिस्टम कुछ दिनों में ही लागू होगा। जनवरी के प्रथम पखवाडे तक यह सिस्टम लागू होना था लेकिन ओटीपी व फेस आईडी सिस्टम सही से काम नहीं करने के कारण शुरू नहीं हो पाई। इससे पहले आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दरअसल, ये फेस रिकॉगनाइजेशन और ओटीपी से पोषाहार वितरण का कार्य पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए सभी 2200 महिला कार्यकर्ताओं को केंद्रों पर प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
इनका कहना है… पोषाहार वितरण करने के लिए फेस रिकगनाइजेशन सिस्टम व ओटीपी प्रणाली कुछ दिनों में शुरू हो जाएगी। इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राजकुमारी, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग