पहली बार निजी स्कूलों को भी किया शामिल अभिप्रेरणा ऐसी गतिविधि है, जिसे निजी स्कूलों में भी लागू किया जाएगा। हालांकि प्राइवेट स्कूलों की और से अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। जबकि शिक्षा निदेशक आशीष मोदी के आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि राजकीय और निजी स्कूलों में इसका आयोजन किया जाएगा।
कांग्रेस सरकार ने लागू की थी योजना पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने अभिप्रेरणा कक्षाओं के संचालन को लेकर वर्ष 2022 में निर्णय लिया था। निदेशक आशीष मोदी के आदेश में बताया है कि इसको लेकर शिक्षामंत्री ने निर्देश दिए थे। उसी निर्णय को वर्तमान भाजपा सरकार आगे बढ़ाते हुए इसे लागू कर रही है। बच्चों में प्रेरणा, आत्मविश्वास और सर्वागींण विकास के लिए ऐसी गतिविधि आयोजित की जाएंगी।
कई तरह की चल रही योजना शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में हर एक माह में कोई न कोई गतिविधि संचालित करने के आदेश होते है। सरकार और विभाग की मानें तो इन गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है। लेकिन, स्कूलों में संचालित इन गतिविधियों की वजह से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है, क्योंकि स्थिति यह है कि पढ़ाई से अधिक गैरशैक्षणिक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसके तहत ही अब हर महीने के अंतिम शनिवार को स्कूलों में अभिप्रेरणा गतिविधि आयोजित की जाएगी। इसमें किसी सफल व्यक्ति को बुलाकर स्कूल में बच्चों को जीवन में सफलता के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे पहले नो बैग डे, प्रखर राजस्थान जैसे आयोजन शुरू किए गए।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी होंगे नोडल अभिप्रेरणा कक्षाओं के सफल संचालन के लिए हर जिले के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे विद्यालयों से समन्वय कर कक्षाओं के संचालन की व्यवस्था करेंगे। जिले की तीन शीर्ष कक्षाओं की गतिविधि की रिपोर्ट निदेशालय को देंगे।
अनुभवी और विशेषज्ञों को बुलाएंगे विद्यार्थियों को अभिप्रेरणा के लिए संस्था प्रधान क्षेत्र के किसी योग्य, अनुभवी और प्रेरणादायी व्यक्ति, विषय विशेषज्ञ को आमंत्रित करेंगे। अभिप्रेरणा प्रदाता स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों की आवश्यकता और परिस्थिति के अनुसार विषय चयन कर आवश्यक सामग्री, वार्ता, जीवनी, दृष्टांत वीडियो आदि से प्रेरित करेंगे।