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Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: साइबर ठगों का नया खेल, ऑनलाइन ठगी का पैसा सैकड़ों बैंक खातों में कर रहे ट्रांसफर लोन लेने वाले किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलने की बात महिला एजेंट व बैंक
कर्मचारियों ने कही थी। सब्सिडी किसी को नहीं मिली। अब एक और खुलासा हुआ है कि किसानों के साथ बीमा के नाम पर भी ठगी की गई है। किसानों का लोन पास होने के बाद उनके खाते से चेक के जरिए उन्हें बिना बताए 50 हजार से 1 लाख 70 हजार रुपए तक राशि निकाल ली गई।
इस राशि को निकालने के लिए किसानों से पूर्व में लिए गए ब्लैंक चेक का उपयोग किया गया। जबकि यह चेक प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी के नाम पर लेना बताया गया था। बता दें कि दुग्ध डेयरी व्यवसाय के लिए लोन में 40 फीसदी सब्सिडी दिलाने के नाम पर किसानों से
धोखाधड़ी के मामला सामने आया था।
किसान गजेन्द्र पटेल ने बताया कि विकास ने जो चेक लिया है। उस चेक के जरिए पैसे को हेमंत सिन्हा, भागवत ठाकुर, मुकेश पटेल और हरिशचंद्र यादव के बैंक में ट्रांसफर किया है। इसके एवज में उन्हें प्रति ट्रांसफर अकाउंट का 1500 से 2000 रुपए लालच दिया गया था। 166 किसानों की खाते से अकाउंट टू अकाउंट पैसे ट्रांसफर किए गए है।
कोई भी बैंक लोन देने से पहले उस व्यक्ति के बारे में पूरी पड़ताल करता है। लोन देने से पहले तमाम तरह की प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं। लेकिन यहां सभी किसानों को बिना जांच पड़ताल किए लोन मंजूर कर दिया है। कोई लोन लेने वाला किसान एक दिन भी बैंक नहीं गया। खाता घर बैठे खोला। चेक बुक लाकर दिया गया। बताया जा रहा है कि ऐसे भी किसानों को लोन दिया है, जिनके पास जमीन ही नहीं है।
बैंक कर्मी ने तीन-तीन ब्लैंक चेक लिए
धमधा के किसान गजेन्द्र पटेल ने बताया कि एचडीएफसी बैंक कर्मी विकास सोनी ने तीन ब्लैंक चेक लिए हैं। इसके अलावा मधु पटेल ने भी ब्लैंक चेक लिया है। किसानों को बताया गया था कि प्रोसेसिंग, सिक्योरिटी और बीमा के लिए ब्लैंक चेक लगेंगे। किसानों ने ये चेक सौंप दिए।
मैनेजर ने कहा आज संडे है
एचडीएफसी बैंक के मैनेजर बी. ईश्वर राव से बीमा के संबंध में कॉल कर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज संडे है। संडे को तो छोड़ दीजिए। इस संबंध में कल बात करेंगे। धमधा टीआई युवराज साहू ने कहा अभी कई लोगों का बयान नहीं हुआ है। तस्दीक कराने का विषय है कि चेक या नकद किस माध्यम से किसानों के खाते से राशि निकाली गई। पूरी छानबीन की जाएगी। जांच शुरू हो गई है।