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CG News: विद्यार्थियों को व्यापार समझने और समझाने के लिए स्कूल में लगाया गया आनंद मेला, देखें Video उनके उत्तीर्ण होने के चांस बढ़ जाएंगे। जिले का रिजल्ट सुधारने में मदद मिलेगी। जिला शिक्षा विभाग अर्धवार्षिक परीक्षा में खराब रिजल्ट देने वालों को टारगेट कर तैयारी कराएगा। इसके अलावा होशियार बच्चों को भी विशेष मार्गदर्शन मिलेगा ताकि वे प्रावीण्य सूची में जगह बना सकें।
बोर्ड परीक्षा के पहले बच्चों की तैयारी को बेहतर बनाने के लिए 20 से 29 जनवरी तक प्री-बोर्ड परीक्षा कराने का निर्णय हुआ है। इसके अलावा 10 जनवरी से प्रैक्टिकल परीक्षाआें का भी आगाज होना है।
टोल फ्री नंबर की भी रहेगी व्यवस्था
बोर्ड परीक्षा का टाइम-टेबल जारी होने के साथ ही सभी स्कूलाें को प्रश्नबैंक वितरित किए गए हैं। प्री-बोर्ड परीक्षा के जरिए उनकी तैयारी का आंकलन होगा। अच्छे और कमजोर दोनों ही तरह के बच्चों के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाकर तैयारी कराने के निर्देश दिए गए हैं। अरविंद मिश्रा दुर्ग डीईओ
वॉट्सऐप के माध्यम से सवाल नहीं पूछने वाले विद्यार्थियों को जिला शिक्षा विभाग टोल फ्री नंबर का विकल्प भी देगा, जिससे छात्र फोन पर विषय विशेषज्ञों से जुड़ पाएगा। मनोचिकित्सक भी इसमें शामिल होंगे। हर साल सैकड़ों
विद्यार्थियों को परीक्षा के ऐन पहले डर का सामना करना पड़ता है। इनमें से कुछ तो गलत कदम भी उठा लेते हैं। इस तरह की स्थिति को रोकने के लिए ही यह व्यवस्था की गई है। बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से प्री-बोर्ड परीक्षा से पहले सभी स्कूलों को सैंपल पेपर भी दिया जाएगा, जिससे बच्चों को बोर्ड परीक्षा का पैटर्न समझ में आ सकेगा।
एक मार्च से परीक्षाओं का आगाज
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का टाइम-टेबल जारी कर दिया है। इसमें कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 1 मार्च से व कक्षा 10वीं के बच्चे 3 मार्च को पहला पर्चा हल करेंगे। परीक्षा सुबह 9 से 12.15 बजे तक चलेगी। इस साल दुर्ग जिले में परीक्षा केंद्रों की संया में भी इजाफा होगा। विभाग ने तीन नए केंद्र बनाने के लिए माशिमं को प्रस्ताव भेजा है।
स्कूलों में 50 फीसदी कोर्स अधूरा
जिले के सरकारी स्कूलों में अभी भी कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए बच्चों की तैयारी अधूरी है। यह समय रिवीजन के लिए होना चाहिए, लेकिन अभी तक स्कूलों में कोर्स अधूरा है। कई स्कूलों में तो बच्चों का कॉन्सेप्ट तक भी क्लीयर नहीं है, क्याेंकि वहां विषय का शिक्षक ही नहीं है। ऐसे में अब जिला शिक्षा विभाग के सामने रिजल्ट सुधारने की चुनौती है। जिला कलेक्टर ने जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलाें का परफॉर्मेंस सुधारने की हिदायत भी दी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए टाइम-टेबल जारी कर दिया गया है। इस साल 12वीं में 15 हजार और 10वीं में करीब 20 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। ऐसे में सैकड़ों छात्र होंगे, जिन्हें अपने विषयों के डाउट क्लीयर करने के लिए इस साल परेशान नहीं होना पड़ेगा। दरअसल, जिला शिक्षा विभाग ने इस परीक्षा के लिए खास वॉट्सऐप ग्रुप तैयार किया है, जिसमें विषय विशेषज्ञों के साथ-साथ मनोचिकित्सक भी मौजूद रहेंगे। विद्यार्थी विषय को लेकर अपना डाउट इसमें पूछ सकेगा।
ग्रुप की व्यवस्था इस तरह से की जा रही है कि जैसे ही छात्रों से सवाल आएंगे, उसे तुरंत ही विषय विशेषज्ञ को फॉरवर्ड कर दिया जाएगा। विशेषज्ञ शिक्षक छात्र के सवाल का जवाब देगा, जिसे छात्र तक वॉट्सऐप के माध्यम से पहुंचाएंगे। जिला शिक्षा विभाग ने स्क्रीनिंग टेस्ट के जरिए जिले के सौ बच्चों को चिन्हित किया है, जो मेरिट सूची में आने लायक हैं। इन बच्चों को मोटिवेट करते हुए एक खास वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया है, जिसमें हर विषय के विशेषज्ञ भी सदस्य हैं।