साइंस कॉलेज ने लीक से हटकर 6 नए सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत कराई है। इसमें एडमिशन शुरू हो गए हैं। इनमें सर्टिफिकेट इन ह्यूमन राइट्स, इनवॉयरामेंट साइंस, ग्रामीण विकास मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट इन आईटी, डिजास्टर मैनेजमेंट, सर्टिफिकेट इन जीएसटी की शुरुआत हुई है। यह सभी कोर्स 6 माह की अवधी के होंगे। जिन्हें पूरा करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
तकनीकी कॉलेजों को छोड़कर साइंस कॉलेज संभाग का पहला संस्थान होगा जहां डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग, न्यूट्रिशियन हेल्थ एजुकेशन और फूड प्रीजर्वेशन का कोर्स चलाया जाएगा। कॉलेज ने अन्य कोर्स की तरह इसके लिए भी राज्य सरकार और हेमचंद विवि से मंजूरी हासिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गवर्निंग बॉडी के सदस्य डॉ. अनिल कश्यप ने बताया कि कॉलेज का कोई छात्र या शोधार्थी यदि विदेश में शोध कार्य का पेपर पढ़ेगा तो उसको बतौर प्रोत्साहन राशि 10 हजार रुपए कॉलेज देगा। ऐसे ही यदि कॉलेज के प्रोफेसर विदेशों में पेपर प्रजेंटेशन के लिए जाएंगे तो उनका पंजीयन शुल्क कॉलेज अदा करेगा।
गवर्निंग बॉडी ने निर्णय लिया है कि कक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थी को अगली कक्षा के लिए शुल्क नहीं देना होगा। कॉलेज उसकी फीस माफ कर देगा। अभी कोरोना संक्रमण के दौरान में परिवारों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने विद्यार्थियों की फीस आधी कर दी है। वहीं दिव्यांग और अनाथ विद्यार्थियों की पूरी फीस माफ हुई है।
कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने निर्णय लिया है कि नई खोज करने वाले विद्यार्थियों को अब स्टूडेंट इनोवेशन अवॉर्ड दिया जाएगा। उन्हें पुरस्कृत करने के साथ ही इनोवेशन को आगे बढ़ाने में भी मदद दी जाएगी। अब पीएससी और यूपीएससी की कोचिंग कॉलेज में ही दी जाएगी, जबकि पहले तक एक निजी कोचिंग संस्थान में विद्यार्थियों के लिए व्यवस्था की गई थी।