कोर्स के बाद खुलेगा नौकरी का रास्ता इन कोर्स के बाद फटाफट नौकरी का रास्ता भी खुलेगा। कक्षा 12वीं पास कर चुके विद्यार्थियाें को फिशरीज और डेयरी टेक्नोलॉजी की अहमियत समझाने कामधेनु विवि की टीम स्कूलों तक जाएगी। शासकीय पॉलीटेक्निक धमधा सहित कामधेनु से (career options for students) संबद्ध कॉलेजों का स्टाफ गांवों में जाकर वहां बच्चों को इन कोर्स की जानकारी देगा।
इन कोर्स में प्रवेश पीवीपीटी केटेस्ट से होगा, जिसके लिए आवेदन करने की शुरुआत हो चुकी है। 2 जुलाई को पीवीपीटी परीक्षा के पहले कामधेनु के फिशरीज और डेयरी कॉलेज अपने कोर्स का प्रचार करेंगे।
कैसे होगी काउंसलिंग इन कोर्स में दाखिला पीवीपीटी के जरिए मिलेगा। हालांकि काउंसलिंग की प्रक्रिया कामधेनु विवि के जरिए अलग से कराई जाएगी। अन्य कोर्स की तुलना में इन कोर्स की फीस भी सबसे कम हैं। अगस्त में काउंसलिंग शुरू होगी।
इस तरह है सीट इनटेक 100 सीट : वेटरनरी पॉली. सूरजपूर
100 सीट : वेटरनरी पॉली. महासमुंद
100 सीट : वेटरनरी पॉली. जगदलपुर
100 सीट : वेटरनरी पॉली. राजनांदगांव
30 सीट : शासकीय फिशरी पॉलीटेक्निक धमधा
क्या है यह कोर्स फिशरी और एनीमल हसबैंडरी साइंस, प्रदेश में यह दोनों ऐसे कोर्स हैं, जिनमें युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। नामी कंपनियों में नौकरी करने से लेकर खुद की एनीमल फार्मिंग शुरू कर सकते हैं। दोनों ही कोर्स अपने जिले की कामधेनु यूनिवर्सिटी कराती है। पीवीपीटी कोर्स में पिछले कुछ वर्षों की तुलना में 30 % रूझान बढ़ा है। प्रदेश में कई इंडस्ट्रीज है, जो इनके प्रोफेशनल को नौकरी दे रही है।
अब युवाओं की पसंद बन गए हैं कोर्स पॉलीटेक्निक में फिशरी साइंस, एनीमल हसबैंडरी जैसे कोर्स अब युवाओं की पसंद बन गए हैं। इन कोर्स की जानकारी देने विवि का स्टाफ स्कूलों में विद्यार्थियों से मिलकर उन्हें इससे रोजगार की संभावनाएं बताएगी। सभी पॉलीटेक्निक कॉलेज अपने स्तर पर कोर्स का प्रचार-प्रसार करेंगे।
डॉ. संजय साक्य, निदेशक, विस्तार शिक्षा, कामधेनु विश्वविद्यालय