मोहन नगर टीआई नवी मोनिका पांडेय ने बताया कि बुधवार सुबह 10.30 बजे सूचना मिली 12 नवंबर को दुर्ग कैलाश नगर निवासी गजेंद्र यादव पिता संतोष यादव (23 वर्ष) की ब्राड डेड अस्पताल लाया गया है। मौके पर टीम को भेजा गया और मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम के लिए शव को भेजा गया। जब शव को देखा गया तो उसके गले में लिगेचर मार्क दिखाई दिया। एफएसएल डॉ. मोहन पटेल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अवलोकन कर बताया कि गला दबाकर
हत्या की गई है।
भाभी पर रखता था गलत नियत
टीआई ने बताया कि मामले में पूछताछ की गई। पता चला कि गजेन्द्र यादव शराब पीने का आदी थी। वह अपने घर में लड़ाई झगड़ा करता था। उसके घर पहुंचे तो गजेन्द्र का बड़ा भाई शैलेंद्र यादव मिला। उससे पूछताछ की गई। उसने हत्या करना स्वीकारते हुए बताया कि गजेन्द्र हमेशा गाली-गलौज लड़ाई झगड़ा करता था। अपनी भाभी पर गलत नजर रखता था। विवाद किया तो गमछा से गला दबा दिया।
साक्ष्य छुपाने गमछा को जलाया
टीआई ने बताया कि आरोपी ने साक्ष्य छुपाने के लिए गमछा को जला दिया। पूछताछ में जहां गमछा जलाया तो उस स्थान पर ले गया। मौके से गमछा के अवशेष को जब्त किया गया। आरोपी शैलेन्द्र यादव (25 वर्ष) के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई।