पुलिस के अनुसार सूचना मिली कि विष्णु कॉलोनी स्थित मकान में एक व्यक्ति को बंधक बनाकर रखा गया है। उसे छोड़ने की एवज में फिरौती की मांग कर रहे हैं। पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इस बीच पुलिस की भनक लगने पर सभी फरार हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक बनाए गए मुकेश कुमार को मुक्त करवाया। टीमों ने सभावित स्थानों व तकनीकी सहायता से जानकारी जुटाते हुए तलाश की। पुलिस टीमों ने आरोपी रामेश्वरी विश्नोई निवासी शशीबेरी व धोलाराम विश्नोई, हनुमान विश्नोई व कालूराम विश्नोई निवासी भवानीपुरा को दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। मामले का मास्टरमाइंड पप्पूराम अभी गिरफ्त से बाहर है।
गत सितंबर में हुई मैसेज की शुरुआत
गत पांच सितंबर को युवती ने शिक्षक को टीचर्स-डे पर मैसेज किया। इसके बाद वह लगातार उससे इंस्टाग्राम पर बातें करनी लगी। इसके चलते दोनों में दोस्ती हो गई। गत मंगलवार को युवती ने शिक्षक को फोन किया कि वह बाड़मेर जा रही है और सीईटी परीक्षा देनी है। वहां चचेरे भाइयों के कमरे पर ठहरुंगी। रात में भाई जोधपुर चले जाएंगे। युवती ने झांसा देकर उसे बाड़मेर बुला लिया। वह बाइक लेकर बाड़मेर पहुंचा और रात में युवती ने उसे फोन किया और रूम पर बुला लिया। इसके बाद गैंग के अन्य सदस्य वहां पहुंचे और युवक की वीडियो बनाए और वायरल करने की धमकी देकर 21 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिर पांच लाख में सौदा हुआ और युवक ने अपने भाई को फोन किया। भाई ने गांव से निकलने से पहले कंट्रोल रूम में फोन करने पर पुलिस अलर्ट हो गई।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार प्रार्थी मुकेशकुमार पुत्र हनुमानाराम विश्नोई, निवासी कायम का तला, भूणिया, पुलिस थाना धनाऊ ने थाना सदर बाड़मेर में रिपोर्ट पेश कर बताया कि रामेश्वरी पुत्री पेमाराम विश्नोई निवासी शशीबेरी करीब डेढ़ महीने से उसे सोशल मीडिया पर मैसेज कर रही थी। इस दौरान 22 अक्टूबर को युवती ने बताया कि आपसे जरूरी काम है, बाड़मेर में मुझसे मिलो। पीड़ित के अनुसार युवती रामेश्वरी के बताए अनुसार स्थान पर गया तो अपने साथियों धोलाराम, पप्पूराम, हनुमान व कालूराम के साथ मिलकर मुझे बंधक बना लिया व मारपीट की और निर्वस्त्र करते हुए उसके फोटो व वीडियो बनाए फिर वायरल करने की धमकी देकर 21 लाख रुपए फिरौती की मांगी। आरोपियों को 21 लाख रुपए देने से मना करने पर 5 लाख देने पर ही छोड़ने की मांग रखी। जिस पर मैने भाई को फोन कर पांच लाख की व्यवस्था के लिए कहा। इसके बाद भाई ने पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुक्त करवाया।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
स्पेशल टीम में सदर थानाधिकारी सत्यप्रकाश, रीको थानाधिकारी मनोज सांवरिया, धनाऊ थानाधिकारी गोविंदराम, हैड कांस्टेबल पीराराम, कांस्टेबल महावीर, भगवती, अरबाब, श्रवण कुमार व सुरेश कुमार तथा डीएसटी प्रभारी अमीन खां, कांस्टेबल हनुमानराम, रमेश कुमार, दिनेश कुमार व स्वरूपसिंह शामिल थे।