पुलिस ने बताया कि कस्बा निवासी निंबाराम ने पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि उसकी पुत्री नैना की ढाई वर्ष पूर्व बालोतरा निवासी जगदीश पुत्र गौतमचंद के साथ शादी हुई थी। कुछ समय पूर्व नैना को पीहर (शिव) लाया गया था। सोमवार शाम को नैना घर के आंगन में बने पानी के टांके से नैना पानी भर रही थी कि उस समय उसकी पुत्री अंजू दरवाजे के पास खड़ी थी। अंजू का अचानक पैर फिसलने से वह टांके में गिर गई, जिसे बचाने के लिए नैना भी टांके में कूदी। परिजनों को जानकारी मिलने पर दोनों को टांके से बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिव लाया गया, जहां चिकित्सकों ने अंजू (1 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया। वहीं नैना को बाड़मेर के लिए रैफर किया गया। बाड़मेर पहुंचने पर जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने नैना (25 वर्ष) को भी मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
शव परिजनों के सुपुर्द
उपखंड अधिकारी महावीरसिंह जोधा व थानाधिकारी रामप्रतापसिंह भी मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचे, जहां ससुराल व पीहर पक्ष की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द करवाए। इस संबंध में पुलिस को नैना के पिता निंबाराम ने रिपोर्ट पेश की, जिस पर पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की।