दरअसल डाबी लगातार जिले की दशा सुधारने को लेकर काम कर रही हैं। ऐसे में कुछ दिन पहले उनकी मुलाकात कुछ महिला समूहों से हुई। वे ग्रामीण महिलाएं छोटे स्तर पर बेकरी चलाती हैं और उसमें कई तरह के खाद्य पदार्थ तैयार किए जाते हैं। इस इस तरह के कई समूह जिला स्तर पर अपने उत्पाद बेचने के लिए मेहनत करते हैं। ऐसे ही समूह से मुलाकात करने पर डाबी को पता चला कि उनमें करीब दो सौ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। उनके बनाए उत्पाद पूरी तरह से हाईजीन और न्यूट्रीशियन वेल्यू वाले होते हैं। ऐसे में इस तरह के उत्पादों को अब सरकारी कार्यालयों तक पहुंचाने के लिए डाबी ने अपने स्टाफ को निर्देश दिए। अब तक सरकारी बैठकों में चाय के साथ समोसे या बिस्कीट परसोने का रिवाज रहता है। उसे खत्म करने की तैयारी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों लगातार शहर में सफाई और अन्य बंदोबस्त को लेकर डाबी एक्शन मोड पर दिखी थीं। उन्होनें अपनी टीम के साथ … नवो बाड़मेर नाम के अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान में सबसे ज्यादा जोर घर और बाजार में सफाई को लेकर है। उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें वे बाजार में सफाई अभियान के दौरान दुकानदारों से खुद सफाई करवाती दिख रही हैं।